बच्चों को कैसे बनायें आज्ञाकारी

क्या आपका बच्चा आपका कहा नहीं मानता? क्या आप अपने बच्चों से तंग हैं अथवा बच्चों की मनमानी उनके लिए ही खतरनाक साबित हो रही है? यदि यह सच है तो आपको कुछ बातें जान लेनी चाहिए। सर्वप्रथम आप यह जांच करें कि आपके बच्चे कब और किन परिस्थितियों में आपकी बात नहीं मानते। शायद आप उन्हें टी.वी. देखने या खेलने से मना करते हैं अथवा पढ़ाने-लिखाने का तरीका आपका गलत होगा या फिर आप उन पर दिन रात सवार रहकर अपनी इच्छानुसार खाने-पहनने, खेलने-पढ़ने और मनोरंजन के लिए मजबूर करते हैं।शायद आप नहीं जानते कि आप ऐसा करके अपने बच्चों में हीन वृत्ति, मनमानी, नशा, क्रोध-चिड़चिड़ाहट आदि मनोविकार पैदा कर रहे हैं। धूप, बारिश, ठंड आदि से बचने बचाने का आपका उपदेश बच्चों को बीमार और कमज़ोर तथा डरपोक बनाता है। स्मरण रहे, बच्चों को आप जितना दबायेंगे, उतना ही वे जिद्दी और दब्बू होते जायेंगे, साथ ही उनका मानसिक और शारीरिक पोषण भी अवरुद्ध हो जायेगा। हमारा बच्चा जब हमारा कहा नहीं मानता और पड़ोसी या हमारे रिश्तेदार का कहा मान रहा है, तब हमें स्वयं का व्यवहार मधुर, कोमल और निश्चल बनाना चाहिए। आप बच्चों को प्यार देंगे तो वे आपका कहा ज़रूर मानेंगे। (उर्वशी)

—पं. घनश्याम प्रसाद साहू