साझा अध्यापक मोर्चा द्वारा सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान

संगरूर, 12 नवम्बर (नरेश गाबा/हरीश चन्द्र) : अध्यापकों को रैगुलर करने के नाम पर उनके वेतनों में की कटौती के खिलाफ सांझा अध्यापक मोर्चा की अगुवाई में संघर्ष कर रहे अध्यापकों ने अब सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई करने की घोषणा कर दी है। सांझा अध्यापक मोर्चा ने नेता सुखविंदर सिंह चाहल ने ‘अजीत समाचार’ से बातचीत करते हुए कहा कि एक तरफ पंजाब सरकार संघर्ष कर रहे अध्यापकों को ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति के तहत दरार डालने की कोशिश कर रही है दूसरी ओर पंजाब सरकार की शह और शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव अध्यापकों का आर्थिक व मानसिक शोषण कर रहा है परंतु पंजाब के जुझारू अध्यापक सरकार की इन ओच्छी हरकतों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए अपने संघर्ष को और प्रचंड कर रहे हैं और पंजाब की तमाम किसान, कर्मचारी, विद्यार्थी संगठन अध्यापकों के संघर्ष के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब के सभी ज़िलों में भ्रारती संगठनों के सहयोग से मंत्रियों और विधायकों के घरों का घेराव आज से शुरू कर दिया गया है। 18 नवम्बर को वित्त मंत्री पंजाब और शिक्षा मंत्री पंजाब के घरों का घेराव किया जाएगा। चाहल ने बताया कि पंजाब सरकार ने अपने रैगुलर करने की नीति के तहत अध्यापकों को ऑपशन कि वह रैगुलर होना चाहते हैं या सोसायटी अधीन ही काम करना चाहते हैं जिन अध्यापकों ने सरकार की शर्त मानकर हांकर दिया है अब उनको जान बूझकर स्कूलों में उन असामियों पर भेजा जा रहा है। जहां हां न करने वाले अध्यापक काम कर रहे हैं। सरकार की इस धक्केशाही के खिलाफ सांझा अध्यापक मोर्चा ने पंजाब सरकार के शिक्षा सचिव सहित बड़ी संख्या में अध्यापकों को कानूनी नोटिस भेजा है।