ब्रह्मपुरा की जगह प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा


चंडीगढ़, 13 नवम्बर (एन.एस. परवाना) : शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी ने पार्टी अध्यक्ष स. सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में तीन दिन पहले चंडीगढ़ में की गई बैठक में स. रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा व डाक्टर रतन सिंह अजनाला को पार्टी से बाहर निकालने बारे जो फैसला किया, उसके परिणाम स्वरूप लोकसभा में 4 सदस्यीय अकाली ग्रुप की लीडरी से भी ब्रह्मपुरा को उतार दिये जाने की संभावना है व संभव है कि यह ज़िम्मेदारी प्रोफैसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा को संभाल दी जाए। इस समय लोकसभा में शिरोमणि अकाली दल के 4 सदस्य हैं। तीसरा सदस्य स. शेर सिंह घुबाया है जबकि चौथे सदस्य केन्द्रीय मंत्री बीबी हरसिमरत कौर बादल हैं। उक्त पद भी केवल कुछ महीनों के लिए है, क्योंकि मौजूदा लोकसभा की अवधि अगले वर्ष मई महीने तक है। दिलचस्प व वर्णनीय बात यह है कि चाहे शेर सिंह घुबाया वास्तविक तौर पर पिछले कई महीनों से शिरोमणि अकाली दल से बागी चले आ रहे हैं, परन्तु तकनीकी व कानूनी तौर पर वह अभी भी शिरोमणि अकाली दल के सदस्य हैं परन्तु इन सभी बातों के बावजूद चंदूमाजरा व घुबाया ने जत्थेदार ब्रह्मपुरा को पार्टी की प्राईमरी सदस्यता से निकालने को दुर्भाग्यपूर्ण कहा है। वर्णनीय बात यह है कि पूर्व मुख्मयंत्री स. प्रकाश सिंह बादल स्वयं आधा दर्जन सीनियर अकाली नेताओं को पार्टी से बाहर निकाले जाने के सख्त कदम बारे अभी चुप बैठे हैं-हालांकि आम प्रभाव है कि सुखबीर बादल ने अपने पिता की सहमति से ही यह कड़ा कदम उठाया है।