एन.जी.टी. के  अनुसार किसानों को सभी सुविधाएं मुहैया हों : ढींडसा


मालेरकोटला, 13 नवम्बर (अ.स.): पूर्व वित्त मंत्री व हलका लहरा से शिरोमणि अकाली दल के विधायक स. परमिन्द्र सिंह ढींडसा ने खेतों में पराली को आग लगाने के बहाने सरकार द्वारा किसानों को डांटने की कड़ी आलोचना करते हुए आज यहां कहा कि पंजाब सरकार धान की पराली जलाने वाले किसानों को पर्चे दर्ज करके ज़ुर्माने करने के दबके मारने की बजाय नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा दिये आदेशों के अनुसार किसानों को उचित मुआवज़े व ज़रूरी मशीनरी सहित अन्य सभी सुविधाएं मुहैया करवाए। श्री ढींडसा पंजाब सूचना कमिश्नर अजीत सिंह चंदूराईयां के घर एक धार्मिक समारोह में शामिल होने के उपरांत शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सदस्य जत्थेदार जयपाल सिंह मंडियों के स्थानीय रिलाइंस पैट्रोल पम्प में बातचीत कर रहे थे। पराली के निपटारे संबंधी सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों को केवल टाईम पास बताते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार को बहुत समय पहले ही एन.जी.टी. द्वारा की जा रही सभी कार्रवाई प्रक्रिया बारे जानकारी पता होने के बावजूद सरकार आंखें बन्द किये बैठी रही और अब जब किसान धान काट कर गेहूं की बिजाई के लिए जल्दी से जल्दी खेत खाली करने में जुट गए हैं तो सरकार ने पराली के हल की सारी ज़िम्मेदारी किसानों पर ही डाल दी है। उन्होंने मंडियों में धान की खरीद के कथित बुरे प्रबंधों के लिए कांग्रेस सरकार को आरोपी बताते कहा कि खरीद एजैंसियों व मार्किट कमेटी के अधिकारियों से मिल कर व्यापारियों द्वारा धान में अधिक नमी का बहाना बना कर प्रति बोरी अधिक धान तोल कर किसानों की सरेआम लूट की जा रही है। श्री ढींडसा ने बताया कि धान की बिजाई लेट होने के कारण  कटाई भी देरी से होने लगी है जिस कारण सरकारी स्तरों के अनुसार धान में नमी का होना संभव ही नहीं है। पंजाब की कैप्टन सरकार पर चुनाव वायदों से पूरी तरह दौड़ जाने का आरोप लगाते हुए स. ढींडसा ने कहा कि एक ओर पंजाब के नौजवान नौकरियां व किसान कज़र्ा माफी का इंतजार कर रहे हैं। दूसरी ओर बुजुर्गों को पैंशनें व कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस अवसर पर स. ढींडसा के साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सदस्य जत्थेदार जयपाल सिंह मंडियां, पूर्व चेयरमैन जसवीर सिंह दियोल व मेघ सिंह गुआरा भी उपस्थित थे।