बैल्जियम ईपर में विश्व युद्ध के 100 वर्ष मनाए

लूवन बैल्जियम, 14 नवम्बर (अमरजीत सिंह भोगल) : विश्व युद्ध 1914-1918 के 100 वर्ष पूरे होने पर बैल्जियम के ऐतिहासिक शहर ईपर में मेनन गेट पर हज़ारों शहीद हुए जर्मन के विरुद्ध लड़ते सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक बहुत बड़ा समारोह हुआ जिसमें तीनों सेनाओं के चीफ इंग्लैंड व बैल्जियम के शामिल हुए जिन्होंने बैंड की धुन से शहीद सैनिकों को याद करते हुए मेनन गेट स्मारक व फूलों के गुलदस्ते रखे। इसके साथ ही सिखों द्वारा भी इस परेड में भाई जगदीश सिंह भूरा द्वारा मुकम्मल की तैयारियों के अनुसार पांच प्यारों के नेतृत्व में परेड में भाग लिया तथा छ: हज़ार सिखों व दो हज़ार गैर-सिख भारतीयों को श्रद्धा के फूल पूर्व जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब भाई रणजीत सिंह ने यूरोपीयन सिखों की तरफ से भेंट किए। इस परेड को गोरे देख कर अश-अश कर उठे तथा हर जगह पर तालियों से स्वागत किया। श्रद्धांजलि समारोह के बाद फ्रांस से आई मीरी-पीरी गतका पार्टी द्वारा एक खुले मैदान में गतके के जौहर दिखाए गए। इस अवसर पर विशेष तौर पर भारत से आए पत्रकार जगरूप सिंह जाखड़, जसपाल सिंह हेरा, फ्रांस से रघवीर सिंह कुहाड़, कशमीर सिंह, सुखदेव सिंह, दलजीत सिंह बाबक, बलवीर सिंह, ज्योति सिंह कुहाड़, रणजोध सिंह, मनजीत सिंह, दिलबाग सिंह, कशमीर सिंह, अवतार सिंह, बकंत सिंह, पंचहत्था, गुरदयाल सिंह जत्थेदार, राजवीर सिंह, बलराज सिंह, बलविन्द्र सिंह, अमृतपाल सिंह, बैल्जियम से करनैल सिंह प्रधान संतिरूधन, हरदीप सिंह मिंटू, कर्मजीत सिंह, गुरनाम सिंह जख्मी, कर्म सिंह, बलवीर सिंह प्रधान कुलदीप सिंह आतंकवादी, गुरदयाल सिंह, बलकार सिंह, अवतार सिंह छोकर, प्यारा सिंह सिख वैल्फेयर जसदीप सिंह दीपा, तरनजीत सिंह, अमरीक सिंह, इंग्लैंड से अमरीक सिंह गिल, दविन्द्रजीत सिंह, कुलवंत सिंह, जगजीत सिंह, खुशजीवन सिंह, प्रिथीपाल सिंह पटवारी व सविंस से रणजीत सिंह पप्पू विशेष तौर पर शामिल हुए।