पंजाब-महाराष्ट्र सहकारिता लहर को मजबूत करने हेतु करेंगे संयुक्त प्रयास

लुधियाना, 14 नवम्बर (सुधीर अग्निहोत्री) : पंजाब और महाराष्ट्र राज्यों ने देश में सहकारिता लहर को और मजबूत करन के लिए सयुक्त प्रयत्न करने का निर्णय लिया है। इन प्रयत्नों के अंतर्गत जहां दोनों राज्य एक दूसरे के सहकारिता क्षेत्र के साथ जुड़े उत्पादों को अपने राज्यों में प्रफुल्लित करेंगे, वहां भविष्य में सहकारिता को मजबूत करने हर प्रकार के प्रयत्न सांझे तौर पर करेंगे। यह विचार पंजाब के सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा और महाराष्ट्र के सहकारिता मंत्री श्री सुभाष जी देशमुख ने आज स्थानिय पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी स्थित डा. मनमोहन सिंह आर्डीटोरियम में 65वें सहकारिता सप्ताह की शुरुआत करने के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समागम को संबोधन करते हुए रखे हैं। समारोह को संबोधित करते हुए स. रंधावा ने कहा कि राज्य के सर्वपक्षीय विकास और कृशि की हालत में सुधार करने के लिए सहकारिता को मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की पिछली 2002 सरकार के कार्यकाल दौरान कांग्रेस सरकार की तरफ से सहकारिता एक्ट- 2005 लागू किया गया था। इस बार कांग्रेस सरकार की तरफ से सहकारिता को मजबूत करने को अपने एजंडे में प्रमुखता के साथ शामिल किया गया था। सहकारिता क्षेत्र में महाराष्ट्र राज्य की बड़ी देने की प्रशंसा करते हुए स. रंधावा ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र में पंजाब और महाराष्ट्र इकठ्ठा हो कर बढ़िया काम कर सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते दोनों राज्यों ने इसके लिए सांझे प्रयत्न करना सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि दोनों राज्य एक-दूसरे के उत्पादों को अपने राज्यों में प्रफुलित करने के लिए पूर्ण सहयोग देंगे। स. रंधावा ने कहा मौजूदा समय में पंजाब में लगभग 3500 सहकारी सभाएं या सोसायटियों काम कर रही हैं, जिनमें से 1900 लाभ में और 1100 घाटे में चल रही हैं। विभाग की कोशिश है कि घाटे में चल रही इन सोसायटियों को लाभ में लाया जाये। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी भी कीमत पर इन संस्थानों को भ्रष्टाचार का अड्डा नहीं बनने देंगे। सोसायटियों में सिर्फ सहकारिता विभाग के सरकारी उत्पाद ही बिकेंगे, जिस किसी सोसायटी में प्राईवेट कंपनी का समान बिकता पाया गया तो सोसायटी का सचिव इसके लिए जिम्मेदार होगा। समारोह को संबोधन करते हुए महाराष्ट्र के सहकारिता मंत्री श्री सुभाष जी देशमुख ने भरोसा दिया कि सहकारिता को प्रफुलित करने के लिए पंजाब सरकार के प्रयत्नों को महाराष्ट्र सरकार की तरफ से पूर्ण सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने  मार्कफैड के उत्पादों की भरपूर प्रशंसा करते कहा कि महाराष्ट्र में इन उत्पादों को हर व्यक्ति तक पहुंचाया जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि दोनों राज्य इस क्षेत्र में मिल काम करेंगे तो इससे वे देश में रोल माडल के तौर पर काम कर सकते हैं। इस मौके उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह अनाज को पैदा करने के साथ-साथप्रोसैसिंग भी खुद करने की कोशिश करें। इस मौके दोनों शख्शियतों की तरफ से सेल्फ हैल्प ग्रुपों और खेती उत्पादों की प्रदर्शनियां का भी जायजा लिया गया। पी.ए.यू. के उप कुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लों ने समागम दौरान सहकारी सभाओं से आह्वान किया कि वह लोगों को किसानी और काश्तकारी के साथ जोड़ने प्रति जागरुकता फैलाने के लिए प्रयत्न करें। उन्होंने कहा कि पंजाब में खेती आज भी बहुत लाभदायक व्यवसाय है, बस जरूरत है तो हाथों से काम करने को प्राथमिकता देने की। इस राज स्तरीय समागम दौरान विशेष उपलब्धियां प्राप्त करने वाली सहकारी सभाओं और सोसायटियों को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मार्कफैड, सहकारिता विभाग महाराष्ट्र और हिंदुस्तान पैट्रोलियम निगम लिमिटड के नये उत्पादों को लोक अर्पित भी किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से अपनी उपस्थित दर्ज करवाने वालों में लोक सभा क्षेत्र सांगली (महाराष्ट्र) के लोक सभा सदस्य श्री संजय काका पाटिल, पूर्व मंत्री स. मलकीत सिंह दाखा, विधायक पायल स. लखबीर सिंह लक्खा, मार्कफैड के चेयरमैन स. अमरजीत सिंह समरा, पूर्व लोक सभा मैंबर स. अमरीक सिंह आलीवाल, मार्कफैड पंजाब के मैनेजिंग डायरैक्टर श्री वरुण रूजम व किसान उपस्थित थे। समागम दौरान पी.ए.यू. के विद्यार्थियों की तरफ से रंगारंग कार्यक्रम भी पेश किया गया।