अर्जुन अवार्ड विजेता पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मनोज सरकार उत्तराखंड

‘हौसले से मैंने ऐसा परचम फहराया कि मैंने देश के झंडे को पूरे विश्व में लहराया। मनोज सरकार देश के महान पैरा खिलाड़ियों में इसलिए जाने जाते हैं, इसलिए तो उसको भारत सरकार ने बहुत ही प्रतिष्ठित पुरस्कार यानि अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया है। मनोज सरकार का जन्म 12 जनवरी, 1990 को देवताओं की धरती के रूप में जाने जाते उत्तराखंड के शहर रूद्रपुर में पिता मनिंदर सरकार के घर माता जमना सरकार की कोख में हुआ। मनोज विकलांग है लेकिन उसने विकलांग होते हुए भी बैडमिंटन खेलते देश की झोली अनेक स्वर्ण पदक डालकर भारत माता की शान और कद को और ऊंचा किया है। यह बात भी बहुत गर्व से लिखी जाएगी कि मनोज सरकार पूरे विश्व का एक नम्बर बैडमिंटन खिलाड़ी है और उसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते जीत ही दर्ज की है, इसलिए तो वह गर्व से कहता है कि ‘मैंने न रुकने की ठानी थी इसलिए बढ़ता चला गया, बस मेहनत को अपनाया इसलिए सब मिलता चला गया।’ अगर मनोज के खेल करियर की बात करें तो अब तक वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 10 स्वर्ण पदक, 9 रजत पदक और 11 कांस्य पदक भारत की झोली में डाल चुके हैं और वह देश में खेलते राष्ट्रीय स्तर पर 18 स्वर्ण पदक, 9 रजत और 2 कांस्य पदक अपने नाम करके अपने प्रांत का नाम चमका चुके हैं। उन्होंने अपना खेल जीवन वर्ष 2012 में शुरू किया और उसी वर्ष फ्रैंच अंतर्राष्ट्रीय पैरा-बैडमिंटन टूर्नामैंट में सिंगल और डबल में खेलते एक स्वर्ण पदक और एक कांस्य पदक हासिल किया। वर्ष 2014 में कोरिया में हुई पैरा एशियन खेलों में सिंगल खेलते रजत पदक अपने नाम करके उप-विजेता रहे। वर्ष 2015 में 5वें स्पेनिश पैरा बैडमिंटन अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामैंट में सिंगल खेलते स्वर्ण पदक डबल और मिक्स में दो रजत पदक विजेता रहे। वर्ष 2016 में आयरलैंड में एक रजत पदक और एक कांस्य पदक भारत की झोली में डाला। वर्ष 2016 में ही चीन में हुई एशियन चैम्पियनशिप में सिंगल खेलते हुए स्वर्ण पदक और डबल में कांस्य पदक जीता। देश युगांडा में वर्ष 2017 में हुआ पैरा बैडमिंटन टूर्नामैंट में सिंगल और डबल में दो स्वर्ण पदक जीत कर अपनी लगातार जीत को बरकरार रखा। वर्ष 2017 में सिंगल और डबल में दो कांस्य पदक और वर्ष 2017 में ही कोरिया में वर्ल्ड पैरा बैडमिंटन चैम्पियनशिप में सिंगल में रजत पदक और फाजा पैरा बैडमिंटन टूर्नामैंट दुबई वर्ष 2017 सिंगल में स्वर्ण पदक और डबल में कांस्य पदक जीतकर भारत का झंडा लहराया। वर्ष 2018 में पैरा बैडमिंटन अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामैंट सिंगल में स्वर्ण पदक और वर्ष 2018 में ही जकार्ता में हुई एशियन खेलों में दो कांस्य पदक भारत के नाम किए। मनोज का यह खेल सफर आज भी रुका नहीं। उनकी जीत का सिलसिला लगातार जारी है और उनकी उपलब्धियों पर पूरे भारत के तिरंगों को हमेशा सजदा करता है और उनके प्रशंसक मनोज को सजदा करते हैं। आशा है मनोज हमेशा आगे बढ़ते हुए भारत का सम्मान बने रहें, यह मेरी दुआ है।