नाभा बैंक डकैती के अपराधियों ने किए अहम खुलासे

पटियाला, संगरूर 15 नवम्बर (आतिश गुप्ता, सत्यम्) : ज़िला पटियाला के नाभा शहर में बैंक के सुरक्षाकर्मी की हत्या कर 50 लाख रुपए की लूट करने के मामले में गिरफ्तार किए गए कथित दोषी जगदेव सिंह उर्फ  तारी पुत्र करनैल सिंह (35 वर्ष) और अमनजीत सिंह उर्फ  गुरी पुत्र गुरजंट सिंह निवासी संगरूर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कथित दोषियों से पूछताछ दौरान 2 नाभा के व 2 संगरुर के पुराने बड़े मामले भी सुलझ गए है। जिसमें इनकी तरफ से तीन की हत्या, दो को गंभीर जख्मी करके 1 करोड़ रुपए लूट की वारदात को अंजाम दे चूके है। इस बात का प्रगटावा ज़िला पुलिस प्रमुख मनदीप सिंह सिद्धू द्वारा पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते किया गया है। उन्होंने बताया कि कथित दोषियों द्वारा नाभा में बैंक डकैती के बाद सुरक्षा कर्मी से छीनी बंदूक और नगदी वाले ट्रंक, जिसको इन्होंने गन्ने के खेतों में छिपा दिया था, उसे इनके लाइसैंसी रिवाल्वर भी बरामद कर लिया हैं। एस.एस.पी. सिद्धू ने बताया कि गिरफ्तार किए गए कथित दोषी जगदेव सिंह और अमनजीत सिंह से प्राथमिक पूछताछ दौरान सामने आया है कि इनकी तरफ से मई 2018 में ज़िला संगरुर में 9 लाख की लूट, जुलाई 2018 में संगरुर में 5 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके अलावा भी इनकी तरफ से अक्तूबर 2018 में बुलेट मोटरसाइकिल व वर्ष 2014 दौरान नाभा में से ही ए.टी.एम. की लूट करते हुए 37 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि कथित दोषी लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए हमेशा कच्चे रास्तों का प्रयोग करते थे व इन्होंने संगरुर में ही एक कमरा किराये पर लिया हुआ था, जिसमें से मोटरसाइकिल और नगदी वाली बोरी भी बरामद हुई थी। इन दोनों ने वारदात को अंजाम देते समय कभी हैलमेट का प्रयोग किया जाता तो कभी पगडी बांध ली जाती है। एस.एस.पी. ने बताया कि इन्होंने 14 मई 2018 को संगरूर में सी.एल. टावर के नजदीक सुरक्षा गार्ड लीला सिंह के गोली मारकर 9 लाख रुपए नगद और 12 बोर दुनाली बैरल राइफल छीन ली थी। इस संबंधी 14-5-2018 को भारतीय दंडावली की धारा 394, 34 और हथियार एक्ट की धारा तहत पुलिस स्टेशन सीटी संगरूर में दर्ज हुआ था। इन्होंने ने ही नाभा में ही 1 फरवरी 2014 में अलोहरा गेट नाभा में एक ओर बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। इसमें सिक्योरिटी गार्ड रणधीर सिंह को गोलियां मार कर 37 लाख रुपए नगद और एक 12 बोर दुनाली राइफल छीन ली गई थी। इस संबंध में 1-02-2014 को भारतीय दंडावली की धारा 302,392,34 और हथियार एक्ट अधीन पुलिस स्टेशन कोतवाली नाभा में मामला दर्ज हुआ था। इस वारदात में इनका एक तीसरा साथी हरदेव सिंह लवली पुत्र गुरदास सिंह निवासी गांव गग्गड़पुर ज़िला संगरूर भी शामिल था, जिसकी वर्ष 2015 में गुरदों की बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। सिद्धू ने बताया कि इस गैंग ने 13 जुलाई 2018 को मैन पटियाला-भवानीगढ़ रोड संगरूर से गन्नमैन सुखपाल सिंह के गोली मारकर उसको जख्मी करके 5 लाख रुपए नगद, एक ए.टी.एम, एक पैन कार्ड और बैंक की चाबियां छीनीं थी। इस संबंध में पुलिस स्टेशन सदर संगरुर में 13 -7-2018 को भारतीय दंडावली की धारा 394,34 तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा भी इस गिरोह द्वारा 26 अक्तूबर 2018 को गेट नंबर 55 बहादुर सिंघवाला रेलवे स्टेशन धुरी से रवि पुत्र ओमपाल निवासी दलखेड़ी ज़िला जिंद से पिस्तौल की नोक पर एक बुलेट मोटरसाइकिल और एक मोबाइल छीना था। जिसे लेकर भी इनके खिलाफ पुलिस स्टेशन जी.आर.पी. संगरुर में इनके खिलाफ 27-10-2018 को भारतीय दंडावली की धारा 392,34  और हथियार एक्ट की धारा तहत मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि यही मोटरसाइकिल इन्होंने नाभा वाली वारदात में इस्तेमाल किया गया था, जो अब बरामद हो चुका है।एस.एस.पी. सिद्धू ने बताया कि अमनजीत सिंह गुरी और जगदेव सिंह तारी की तरफ  से जल्दी अमीर बनने की लालसा के साथ की लूट की वारदातों को अंजाम देकर कमाई का ढंग बनाया गया था व इस दौरान हासिल किए गए रुपयों से अलग -अलग बैंक खातों में जमा करवाए गए 24 लाख रुपए मिले हैं जिन्हें पुलिस ने जाम करवा दिया हैं। इन की तरफ  से 2014 के बाद 2018 में से वारदात दौरान बीच वाले समय में क्या-क्या किया गया भी जांच का अहम हिस्सा होगा, क्योंकि इस समय दौरान इन विरुद्ध कोई पुलिस केस भी दर्ज नहीं हुआ हैं। इस मौके एस.पी. जांच मनजीत सिंह बराड़, डी.एस.पी नाभा दविंदर कुमार अत्री, डी.एस.पी (जांच) सुखमिंदर सिंह चौहान, इंचार्ज सी.आई.ए पटियाला इंस्पेक्टर शमिंदर सिंह, सब इंस्पैक्टर गुरमीत सिंह मुख्य अफसर पुलिस स्टेशन कोतवाली नाभा और जैइंदर सिंह मुख्य अफसर पुलिस स्टेशन सदर नाभा मौजूद थे। नाभा में अंडे खरीदते हुए बनाई बैंक लुटने की तरकीब : ज़िला पुलिस मुखी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि कथित दोषियों से पुछताछ दौरान सामने आया कि कथित दोषी अमनजीत सिंह गुरी नाभा में देसी अंडों की खरीद के लिए आता था। जहां कई बार बैंक की गाड़ी को कैश उतारते हुए देखा व उसके बाद ही इस बैंक को निशाना बनाने की युक्ति बनाई। उन्होंने बताया कि जगदेव सिंह तारी इसका हैल्पर था, जिसको यह कुछ पैसों दे देता था। इन वारदातों दौरान लूट के रुपयों के अमनजीत सिंह व्यापार में लगा देता था। पुलिस ने एस.बी.आई. अधिकारियों को बी मृतक के परिवार की सहायता करने के लिए प्ररित किया :  बीते दिन नाभा में 50 लाख रुपए लूट की वारदात दौरान एस.बी.आई. के सुरक्षा कर्मी प्रेम चंद की मौत हो गई, जिसकी पुत्री की अगले महीने शादी होनी है। उसकी पारिवारिक हालात को देखते हुए एस.एस.पी. पटियाला द्वारा पटियाला पुलिस को मिली एक लाख रुपए की इनामी राशि को जहां मृतक के परिवार को दे दिया गया है। उसके साथ ही एस.एस.पी. सिद्धू ने एस.बी.आई. के अधिकारियों को भी मृतक प्रेम चंद के पारिवारिक सदस्यों की सहायता करने के लिए प्रेरित किया गया है। जिस पर बैंक ने उसके भोग से पहले-पहले मदद करने का विश्वास दिया गया है।