सेना प्रमुख द्वारा दिये संकेत को समझते हुए सरकार मुस्तैद हो : प्रकाश सिंह बादल

पटियाला, 17 नवम्बर (अमरबीर सिंह आहलूवालीया/ परगट सिंह): देश के फ़ौजी जनरलों द्वारा दिए स्पष्ट इशारे को देखते हुए राज्य सरकार को ऐसे तत्वों पर नकेल डालने की तरफ ध्यान देना चाहिए जोकि पंजाब के शांतमई माहौल को आग लगाने की अलगाव में चले फिरते हैं। मैं न जेल जाने से डरा और न ही मौत से मैं अपना जीवन अत्याचारी सरकारों का मुकाबला करते ही गुज़ार रहा हूं। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पटियाला में एक पै्रस मिलनी दौरान कही। वह पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा के पिता स्व. बापू करतार सिंह की बरसी मौके यहां पहुंचे थे। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर गरजते हुए कहा कि बरगाड़ी में धरना लगाई बैठे लोगों को हर सुविधा प्रदान करने, मुझे (पूर्व मुख्यमंत्री) होते 307 के मामले में पेश होने के लिए बुलाया जाना सरकार की सिर्फ़ अकाली दल को कमज़ोर करने की साजिश के अंतर्गत घड़ी नीति की उपज कही जा सकती है। जबकि हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसे मामलों में किसी मुख्यमंत्री को बुलाने का ज़िक्र नहीं मिलता। उन्होंने सवाल किया कि 1984 में हज़ारों सिक्खों की मौत के बाद उस समय पर के प्रधानमंत्री को कहां पेश होने के लिए बुलाया गया? मौजूदा सिट द्वारा की जा रही कारवाई बारे उन्होंने कहा कि सिट किसी अदालत द्वारा नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार की तरफ से बनाई गई है। जिसको मेरे पास से सवाल पूछने का कोई हक नहीं, साथ ही यह मामला देश की सर्व उच्च जांच एजेंसी सी.बी.आई. द्वारा पहले ही जांचा जा रहा है। इस मौके पर भगवान दास जुनेजा, सुरजीत सिंह कोहली, अमरिन्दर सिंह बजाज, सुरजीत सिंह अबलोवाल, अमरजीत सिंह पंजरथ, रजिन्दर सिंह विर्क, जसपाल सिंह बिट्टू चट्ठा, अमरजीत सिंह बठला, मनजीत सिंह पवार, तरनजीत सिंह भाटिया, बलदेव सिंह बल्लोआना, रणधीर सिंह रक्खड़ा, पी.ए सोनी, हरविन्दर सिंह बब्बू, जसविन्दर सिंह चीमा आदि उपस्थित थे।  पै्रस मिलनी दौरान सभी उस समय हंसने के लिए मजबूर हो गए जब स. बादल ने चौटाला परिवार के झगड़े को निपटाने के लिए की जा रही मध्यस्थता बारे पूछे जाने पर कहा कि उनके पास से तो अपने परिवार का झगड़ा ही नहीं निपटाया गया, वह चौटाला परिवार का झगड़ा क्या निपटाऐंगे। अपने आप को राजनैतिक पहलवान बताते हुए उन्होंने कहा कि वह रोज़ राजनीति की डंड बैठकें लगा रहे हैं जिससे 2019 में आती लोकसभा मतदान में पार्टी बढ़िया प्रदर्शन करे। इस मौके बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को उस वक्त बहुत हैरानी हुई जब स. बादल ने ओप्रेशन नीला तारा के लिए कांग्रेस को सीधे तौर पर ज़िम्मेदार बताया और ओप्रेशन ब्लैक थंडर बारे अनजाणता अभिव्यक्त की। बाद में उन्होंने ज़रूर दोनों को ही मन्दभागा करार दिया।