गुरुद्वारा श्री संतघाट सुल्तानपुर लोधी के समीप बन रहा मूलमंत्र अस्थान

कपूरथला, 18 नवम्बर  (अमरजीत कोमल ): श्री ननकाना साहिब (पाकिस्तान) के बाद देश में ऐतिहासिक शहर सुल्तानपुर लोधी ही एक विलक्ष्ण अस्थान है, जहां पहले पातशाह साहिब श्री गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के 14 साल 9 महीने और 13 दिन गुजारे। यहीं पर उन्होंने मानवता को ना कोई हिंदू, ना मुसलमान का संदेश दिया। अपने जीवन काल दौरान गुरु जी ने बेईं में डुबकी लगाई और गुरुद्वारा संतघाट के समीप धुर की बानी का उच्चारण किया, जो समूची मानवता को एकता का संदेश देता है। इस पावन अस्थान पर ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से श्री गुरु नानक देव जी के 550 वर्ष प्रकाश पर्व समागमों से पहले मूलमंत्र अस्थान की स्थापना की जा रही है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद्र सिंह लौंगोवाल ने बीते 18 अक्तूबर को प्रमुख धार्मिक शख्सियतों और कारसेवा वाले संत महापुरुषों की मौजूदगी में मूलमंत्र अस्थान के निर्माण कार्य की शुरुआत करवाई थी। भाई लौंगोवाल ने बताया कि शिरोमिण गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से गुरुद्वारा श्री संत घाट के पिछले से गुजरती बेईं, जो श्री गुरु नानक देव जी के जीवन से विशेष संबंध रखती है, के समीप इस पवित्र अस्थान की स्थापना के लिए जगह का चुनाव किया है। उन्होंने कहा कि मूलमंत्र अस्थान की सेवा गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था बर्मिंघम (यूके) के मुखी भाई महिंदर सिंह को सौंपी गई है, जो बाबा लाभ सिंह कारसेवा किला आनंदपुर साहिब, बाबा भजन सिंह भलवान व भाई इंद्रजीत सिंह बिट्टू के सहयोग से इसको युद्ध स्तर पर करवार रहे हैं। अजीत समाचार से बातचीत करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने बताया कि यह अस्थान श्री गुरु नानक देव जी के 550 वर्ष प्रकाश पर्व, जो नवंबर 2019 में आ रहा है, से पहले मुकम्मल करके संगतों को अर्पित किया जाएगा। कैसा होगा मूलमंत्र अस्थान : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य सचिव डा. रूप सिंह ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाश  पर्व के मौके पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से बनाया जा रहा मूलमंत्र अस्थान एक विलक्षण किस्म का अजूबा होगा और इसके मुकम्मल होने के बाद यहां आने वाली श्रद्धालु यहां से सिख धर्म के प्रति एक विशेष प्रभाव लेकर जाएंगे। 2 एकड़ रकबे में तैयार किए जाने वाले इस अस्थान की चार मंजिलें होंगी। शिरोमणि कमेटी के प्रमुख सचिव ने बताया कि इस अस्थान के बरामदों में 13 फुट चौड़ी जगह बनाकर उसमें पानी दिखाया जाएगा, जिसका प्रवाह निरंतर चलेगा। उन्होंने कहा कि इस अस्थान के अंदर 20 फुट घेरे में पानी का प्रवाह संगतों के लिए आकर्षक दृश्य पेश करेगा। इस पानी का प्रबंध भी बेईं में से किया जाएगा और पानी की वापसी भी बेईं में ही होगी। उन्होंने कहा कि 16 गैलरियों वाले इसे अदभुत अस्थान के बीच के घेरे की ऊपरली मंजिल खाली रखकर ऊपर से नीचे तक विशेष लाइटों के माध्यम से खूबसूरत नजर दिखेगा। यह अस्थान देखने आने वाली संगत की सुविधा के लिए दो सीढ़ियों पर एक लिफ्ट की व्यवस्था की जाएगी। डा. रूप सिंह ने बताया कि इस अस्थान के चौगिरदे को हरा-भरा बनाने के लिए खूबसूरत बाग तैयार किया जाएगा, जिसमें यादगारी अस्थान तक 13 रास्ते बनाएं जाएंगे।