भारतीय मूल के प्रोफैसर पर अपने छात्रों से ‘नौकर’ की तरह काम लेने का आरोप 

वाशिंगटन, 19 नवम्बर (भाषा) : अमेरिका में भारतीय मूल के एक मशहूर प्रोफेसर पर आरोप लगा है कि उन्होंने अपने छात्रों का उत्पीड़न किया और उन्हें अपना निजी तथा घरेलू काम करने के लिए बाध्य किया। एक अमेरिकी दैनिक समाचार पत्र में यह दावा किया गया है। यह आरोप मिसौरी-कांसास सिटी विश्वविद्यालय में लंबे समय से फार्मेसी के प्रोफेसर असीम मित्रा पर उनके छात्रों ने लगाया है। उनका आरोप है कि उन्होंने छात्रों से अपने कुत्तों और लॉन की देखभाल करवाई, अपने घर के पौधों में पानी डलवाया। मित्रा और उनकी पत्नी जब शहर से बाहर होते थे, तब कई बार छात्रों को ये काम हफ्तों तक करना पड़ता था। दैनिक के अनुसार प्रोफेसर ने अपने छात्रों को अपने ‘निजी नौकर’  के रूप में काम करने के लिए बाध्य किया। बहरहाल, मित्रा ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। मित्रा के करीब एक दर्जन पुराने छात्रों के हवाले से कहा गया है कि सामाजिक आयोजनों पर उन्हें टेबल तक साफ करने पड़ते थे। पूर्व भारतीय छात्र कामेश कुचिमंची ने दैनिक से कहा कि वह मानते हैं कि उस संस्थान में उनका जीवन ‘आधुनिक दासता के समान था।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मित्रा ने भारत के छात्रों का उत्पीड़न किया। रिपोर्ट के अनुसार कामेश ने जब एक बार अपने प्रोफेसर से कहा कि वह नौकर नहीं बन सकता तो मित्रा ने उन्हें विश्वविद्यालय से निकाल देने और वीजा समाप्त कराने की धमकी दी। कामेश के अनुसार स्थिति यह थी कि या तो मित्रा की बात मानी जाए या आप वहां से निकाल दिए जाएंगे। कामेश ने कहा कि आप ऐसी स्थिति नहीं पसंद करेंगे जहां आपको खाली हाथ घर लौटना पड़े। भारत के ही एक पूर्व छात्र मृदुल मुखर्जी ने मित्रा और विश्वविद्यालय के अधिकारियों के खिलाफ दो मुकद्दमे भी दर्ज किए हैं।