अमिताभ को सयाजीरत्न पुरस्कार, कहा-नई पीढ़ी करे माता-पिता का आदर


वडोदरा, 20 नवम्बर (वार्ता) : सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को आज यहां प्रतिष्ठित सयाजीरत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया और इस मौके पर उन्होंने अपने दिवंगत माता-पिता को याद किया तथा अपने पिता और मशहूर कवि हरिवंश राय बच्चन की प्रसिद्ध कविता अग्निपथ का वाचन भी किया। उन्होंने नई पीढ़ी से माता पिता का आदर करने की अपील की और कहा कि वह यह सुन कर विचलित हो जाते हैं लोग अपने माता-पिता को घर से निकाल देते हैं अथवा वद्धाश्रम में जीवन बिताने के लिए भेज देते हैं। श्री बच्चन ने कहा कि वह आज जो कुछ भी हैं वह अपने माता पिता के आशीर्वाद की वजह से ही हैं। उन्होंने अपने माता पिता के कई संस्मरण भी इस मौके पर साझा किये। उन्होंने कहा कि उन्हें उनके पिता जी के साथ, जिन्हें वह प्यार से बाबूजी कहते थे, समय बिताना बहुत अच्छा लगता था। उन्होंने उन्हें कई जीवन मंत्र भी समझाए। उन्होंने यह भी कहा कि जब उनकी मां ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उनके पैतृक शहर इलाहाबाद में भारत छोड़ो आंदोलन की एक रैली में भाग लिया था तो उनके पिता ने कहा था कि अगर उन्हें संतान के तौर पर पहला पुत्र हुआ तो उसका नाम वह इंकलाब रख देंगे। पर बाद में जब उनका जन्म हुआ तो उस समय के मशहूर कवि और पारिवारिक मित्र सुमित्रानंदन पंत के कहने पर उनका नाम अमिताभ रखा गया था। 
उप्र के 1398 किसानों के कज़र् का भुगतान किया : अभिनेता अमिताभ बच्चन ने उत्तर प्रदेश के किसानों के कर्ज का भुगतान करके उनकी मदद की है। बच्चन ने राज्य के 1398 किसानों का 4.05 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया। उन्होंने अपने ब्लॉग पर इस खबर को साझा करते हुए लिखा, ‘किसान लगातार संकट से जूझ रहे हैं, इसलिए उनके कुछ बोझ को कम करने की इच्छा थी।’ उन्होंने कहा, ‘सबसे पहले महाराष्ट्र में 350 से अधिक किसानों के कर्ज का भुगतान किया गया। अब उत्तर प्रदेश हैं जहां के 1398 किसानों पर बैंकों का बकाया कर्ज 4.05 करोड़ रुपये है। यह इच्छा पूरी होने पर आंतरिक शांति मिलती है।’ बच्चन ने 70 चुनिंदा किसानों का व्यक्तिगत रूप से मुंबई आने का इंतजाम भी किया ताकि वे लेनदेन संबंधी अपने बैंक के दस्तावेज प्राप्त कर सकें।