टी 20 शृंखला आज सेर् कमजोर, अस्थिर आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का पलड़ा भारी  


ब्रिसबेन, 20 नवम्बर (भाषा) : क्रिकेट की सबसे चर्चित प्रतिद्वंदिता के लिये रणभेरी बुधवार को टी-20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के आगाज के साथ बजेगी तो मैदान के भीतर और बाहर खराब दौर से जूझ रही आस्ट्रेलियाई टीम पर भारत का पलड़ा भारी होगा। एडीलेड में छह दिसंबर से शुरू होने वाली टेस्ट श्रृंखला के लिये अपना दावा पुख्ता करने के मकसद से भारत का लक्ष्य तीनों टी-20 मैच अपनी झोली में डालना होगा। भारतीय टीम ने नवंबर 2017 से अब तक सातों टी-20 श्रृंखलायें जीती है। उसे आखिरी बार टी-20 श्रृंखला में जुलाई 2017 में वेस्टइंडीज ने हराया था। पिछले आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत ने टी-20 श्रृंखला 3.0 से अपने नाम की थी लिहाजा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास काफी बढा होगा। दूसरी ओर आस्ट्रेलियाई टीम अभी तक मार्च में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट के दौरान गेंद से छेड़खानी विवाद से उबर नहीं सकी है। वार्नर और स्मिथ की गैर मौजूदगी में आस्ट्रेलियाई टीम वैसे ही कमजोर हो गई है। दोनों पर लगे प्रतिबंध के बाद से आस्ट्रेलिया एक भी टी-20 श्रृंखला नहीं जीत सका है। आस्ट्रलिया को जून में इंग्लैंड ने हराया जबकि जिम्बाब्वे में टी20 श्रृंखला के फाइनल में पाकिस्तान ने मात दी। इसके बाद यूएई में पाकिस्तान से द्विपक्षीय श्रृंखला 3-0 से हार गया। फिर दक्षिण अफ्रीका ने वर्षाबाधित मैच में मात दी। अब देखना यह है कि अपनी धरती पर एक समय अपराजेय रही आस्ट्रेलियाई टीम वह तिलिस्म फिर बना पाती है या नहीं। भारतीय टीम में कप्तान विराट कोहली की वापसी हुई है जिन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला में आराम दिया गया था। उनकी वापसी से भारतीय टीम मजबूत हुई है और देखना यह है कि आरोन फिंच की अगुवाई वाली आस्ट्रेलियाई टीम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज पर कैसे अंकुश लगा पाती है। कोहली ने 2016 की श्रृंखला में तीन पारियों में 199 रन बनाये थे। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने आस्ट्रेलिया को कोहली से नहीं टकराने की सलाह दी है। कोहली ने इंग्लैंड में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करके केएल राहुल को तीसरे नंबर पर उतारा था।