निरंकारी भवन में ग्रेनेड हमले का मामलार्सिख नौजवानों को हिरासत में लेने का सिलसिला जारी


अमृतसर, 20 नवम्बर (गगनदीप शर्मा): निरंकारी भवन में ग्रेनेड हमले के बाद पुलिस द्वारा जहां सिख नौजवानों को हिरासत में लेने का सिलसिला लगातार जारी है वहीं आज से गांव अदलीवाल के आस-पास क्षेत्र से पल्सर मोटरसाइकिल एकत्रित करने भी शुरू कर दिए हैं। वो इसलिए क्योंकि चश्मदीदों के मुताबिक हमलावर पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार हो कर आए थे। दूसरी तरफ अमृतसर देहाती के थाना राजासांसी में इस हमले सम्बन्धी निरंकारी सत्संग भवन के सुरक्षा सेवादार अर्जुन सिंह के ब्यानों पर मामला दर्ज कर लिया है। अपनी शिकायत में सेवादार ने बताया कि घटना के वक्त करीब 200 श्रद्धालु शांतिमय माहौल में सत्संग सुन रहे थे कि तभी करीब 11.30 बजे दो नकाबपोश नौजवान बिना नंबरी पल्सर मोटरसाइकिल पर आए। उनमें से एक ने जीन व जैकेट पहन रखी थी और सिर पर पगड़ी थी जबकि दूसरे ने भी डब्बियों वाले परने से मुंह ढका हुआ था। एक नौजनवान ने पिस्तौल निकाल कर उसकी कनपटी पर रख दिया और दूसरा अंदर हाल की तरफ चला गया। करीब 5-10 मिनट बाद जोरदार धमाका हुआ। हर तरफ चीख-पुकार की आवाजें सुनाईं देने लग गईं। उन्हें कुछ समझ नहीं आई कि क्या हो गया है। बाद में उन्हें पता चला कि श्रद्धालुओं पर ग्रेनेड फेंका गया था जिस कारण यह धमाका हुआ है। शिकायतकर्ता ने बताया कि हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद वापिस अपने पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांव अदलीवाल की तरफ भाग गए। 
गौरतलब है कि इस हमलें में सहायक प्रचारक सहित 3 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 22 लोग घायल बताए गए थे। सरकार द्वारा की गई जांच के बाद यह बात सामने आई थी कि हमले के लिए इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड पाकिस्तान सैनी की फैक्टरी से बना हुआ है जिसके चलते यह शक जताया जा रहा था कि यह हमला पाकिस्तानी एजेंसी द्वारा ही करवाया गया है। इस सम्बन्धी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा डी.जी.पी पंजाब श्री सुरेश अरोड़ा द्वारा भी बीते दिन प्रगटावा किया जा चुका है। 
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस मामले बाबत अब तक तीन दर्जन से अधिक सिख नौजवानों को शक के आधार पर हिरासत में लिया जा चुका है जिनमें सत्कार कमेटी के 13 और दल खालसा के 2 मैंबर भी शामिल बताए जा रहे हैं। आज कुछ सिख जत्थेबंदियों द्वारा इस बाबत आई.जी के समक्ष नौजवानों को नाजायज तंग-परेशान करने का विरोध जताया गया है। इस घटना का दिलचस्प पहलू यह है कि पुलिस द्वारा न केवल सिख नौजवान उठाए जा रहे हैं बल्कि 50 पल्सर मोटरसाइकिल भी एकत्रित किए जा चुके हैं। पुलिस मानती है कि इस हमले के लिए स्थानीय मोटरसाइकिल का ही इस्तेमाल किया गया है जिसे हमले के बाद अमृतसर में ही कहीं छिपा दिया गया है।