सिख कत्लेआम मामले में समन भेज कर सोनिया से पूछताछ करे एस.आई.टी. : सुखबीर
नई दिल्ली, 21 नवम्बर (जगतार सिंह): शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने 1984 सिख कत्लेआम के लिए कांग्रेस को दोषी करार देते हुए कत्लेआम के मामलों की जांच कर रही एस.आई.टी. को मांग की है कि इन मामलों के लिए कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी को सम्मन भेजा जाए व उस समय उनकी रिहायश पर घड़ी गई साज़िश बारे गहनता से पूछताछ की जाए। आज दिल्ली में बुलाई गई प्रैस कांफ्रैंस में सुखबीर ने कहा कि क्योंकि सिख कत्लेआम की साज़िश उनके घर में बनाई गई थी व उस समय सोनिया के पति राजीव गांधी प्रधानमंत्री के तौर पर केन्द्र सरकार चला रहे थे। इसलिए सोनिया गांधी से पूछताछ के साथ कई भेद खुल सकते हैं। सुखबीर ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस व केन्द्र सरकार से अपील की है कि जितने केस विभिन्न अदालतों में चल रहे, उन सभी को इकट्ठा किया जाए व विशेष कोर्ट बना कर प्रतिदिन सुनवाई की जाए।इसके साथ ही निर्देश दिये जाएं कि 6 माह में जांच कर फैसला दिया जाए। उन्हाेंने गवाहों को आश्वासन दिलवाते हुए कहा कि किसी से डरने की ज़रूरत नहीं, शिरोमणि अकाली दल हमेशा तुम्हारा साथ देगा व हर संभव सहायता मुहैया करवाई जाएगी। सुखबीर ने कहा कि कांग्रेस हमेशा सज्जन व टाईटलर जैसे गुनाहगारों को जैड प्लस सुरक्षा मुहैया करवाती रही है, जबकि पीड़ितों व गवाहों को डराया जाता रहा है परन्तु इस के बावजूद एक और केस की गवाह पीड़ित बीबी शीला कौर व चाम कौर ने अदालत में आरोपी सज्जन कुमार की शिनाख्त कर दी है व अब उस पर भी शिकंजा कसता जा रहा है। सुखबीर ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को, सोनिया गांधी को लाई टैस्ट डिटेक्टर के लिए कहना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि जब तक सिख कत्लेआम के अंतिम आरोपी को सज़ा नहीं मिल जाती, तब तक शिरोमणि अकाली दल अपना संघर्ष जारी रखेगा। इस कांफ्रैंस में केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, दिल्ली कमेटी पदाधिकारी मनजीत सिंह जी.के., मनजिन्द्र सिंह सिरसा व आरोपियों को सज़ा दिलवाने वाले पीड़ित परिवार के लोग भी शामिल थे।