मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूल बस्तों के भार घटाने के दिए निर्देश

बठिंडा, 25 नवंबर (सुखविंद्र सिंह सुक्खा): भारत सरकार के मानवीय संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के समूह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्कू लों में बस्तों के भार कम करने व व्यर्थ विषयों संबंधी नवीनादेश जारी किये गए हैं। मंत्रालय के पत्र नंबर 1-4/2018 -एस -3,एमएचआरडी, नई दिल्ली के माध्यम से विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को दिए निर्देशों में पहली और दूसरी जमात के बच्चों के स्कूली बस्तों का भार डेढ किलो से कम रखने और इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को घर के लिए कोई काम न दिए जाने की हिदायतें जारी की हैं। पत्र में तीसरी जमात से लेकर पांचवी तक के बस्ते का भार 2 से 3 किलोग्राम, 5वीं और 6वीं जमात तक 4 किलोग्राम, 8वीं और 9वीं जमात के लिए 4.5 किलोग्राम और 10वीं जमात के विद्यार्थियों के लिए थैले का अधिक से अधिक 5 किलोग्राम ही रखने के निर्देश जारी किये गए हैं। इसी तरह फ ालतू विषयों सम्बन्धित दिशा निर्देशो में पहली दो जमातों के लिए हिसाब और भाषा के विषयों के बिना ओर कोई भी विषय न पढ़ाया जाए, तीसरी से पांचवी जमात के विद्यार्थियों को वातावरण और हिसाब सिर्फ  एनसीईआरटी की सिफारिश के अंतर्गत ही पढ़ाए जाने के लिए कहा गया है। स्कूलों को स्कूल बस्तों के भार सम्बन्धित नियम सख्ती के साथ लागू करने के लिए विद्यार्थियों से फालतू किताबें या ओर फालतू सामग्री न मंगवाने की भी हिदायत दीं गई हैं। जिक्रयोग्य है कि केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के शिक्षा सचिव ए-ह्यूजा ने बीती 20 नवंबर, 2018 को उपरोक्त नियम स्कूलों में लागू करन के हुक्म भी जारी कर दिए हैं जब कि पंजाब और हरियाणा के शिक्षा विभाग के अधिकारी अभी भी इन निर्देशों से अज्ञानता प्रकट कर रहे हैं। इस सम्बन्धित संपर्क  करने पर पंजाब के शिक्षा मंत्री ओपी सोनी ने कहा कि वह इस पत्र बारे जानकारी हासिल कर के स्कूलों की बच्चों की भलाई के लिए पंजाब के स्कूलों में भी सुधार लागू करेंगे।