यू.के. में पाकिस्तानी लड़कों द्वारा सिख लड़कियों को निशाना बनाया जाता है : रिपोर्ट

लंदन, 26 नवम्बर (मनप्रीत सिंह बधनी कलां): ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के लड़कों द्वारा सिख लड़कियों को साज़िश के तहत निशाना बनाया जाता है। यह सिलसिला कई दशकों से चला आ रहा है। ब्रिटेन की सिख पुनर्वास समाज सेवी संस्था की एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राजनीतिक कारणों के कारण ब्रिटेन पुलिस इन शिकायतों को नज़रअंदाज़ कर रही है। पाकिस्तानी गैंग यू.के. में सक्रिय है, जो खास तौर पर महंगी कारें व आकर्षित कपड़े पहन कर सिख बहुसंख्यक वाले क्षेत्रों व स्कूलों में घूमते हैं। रिपोर्ट के अनुसार यह समस्या 1960 के लगभग शुरू हुई थी परन्तु वर्ष 2012 में एक गैंग का पर्दाफाश हुआ। रिपोर्ट का कहना है कि इसमें किसी भी व्यक्ति, भाईचारे, सभ्याचार या विश्वास को चोट नहीं पहुंचाई गई परन्तु जो तथ्य हैं, वे सभी के सामने हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सच को समझे बिना इसका हल सम्भव नहीं है। लेबर पार्टी की एक महिला सांसद चैम्पियन का कहना है कि मैंने जब इस घटना बारे पहली बार सुना तो मुझे विश्वास नहीं हुआ। उसने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि पाकिस्तानी पुरुषों द्वारा सिख लड़कियों से इस दुर्व्यवहार की घटना निंदनीय है। सारा ने कहा कि यह कैसे हो सकता है कि दशकों से सिख लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे सिख महिलाओं से बात की। उन्होंने कहा कि हमें इससे मुक्त होना पड़ेगा। सिख लड़कियों पर हो रहे अत्याचार को रोकना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि मामला गंभीर है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। सारा चैम्पियन ने मांग की कि ब्रिटेन में सिख लड़कियों पर होने वाले अत्याचारों बारे मामले की पूरी जांच होनी चाहिए। स्थानीय समाचार पत्र डेली मेल के अनुसार ब्रिटेन से बाहर सिख महिलाओं की स्थिति का जायज़ा लिया गया है। इस बात की जांच की गई है कि ब्रिटेन के बाहर सिख महिलाओं से शारीरिक शोषण की घटनाएं हुई हैं। इस अध्ययन में वर्ष 1970 के दशक से पहले की एक भारतीय घटना का ज़िक्र किया गया है। इसमें एक सिख लड़की से दुर्व्यवहार का मामला सामने आया था। वर्णनीय है कि यू.के. में गत समय में शारीरिक अपराधों की घटनाओं में हुईं सज़ाओं में बड़े गिरोहों में अधिकतर पाकिस्तानी मूल के लोग शामिल थे।