स्वास्थ्य हेतु लाभदायक है ड्राई फ्रूट का सेवन


ड्राईफ्रूट स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ हैं। ये विटामिन व मिनरल्स से भरपूर होते हैं। काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट, मूंगफली सेहत के लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि इनमें असंतृप्त वसा होती है जो हृदय को स्वस्थ व मजबूत रखती है। प्रत्येक 50 ग्राम मेवों में केवल 4 ग्राम वसा होती है। मेवों में पोषक पदार्थ मौजूद होते हैं, जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रोल के घनत्व को बढ़ाते हैं।
मेवों में उपस्थित ओमेगा 3 हृदय वाहिनियों को मजबूत करता है, जिससे हृदय सुचारू रूप से कार्य करता है और व्यक्ति हार्ट की बीमारियों से दूर रहता है। 
मेवों में विटामिन ई होता है, जो प्लेक बनने से रोकता है। मेवों में उपस्थित अमीनों एसिड रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक 
होता है। 
आइये जानें कि किस मेवे को कैसे और कब खाना चाहिए 
बादाम
बादाम का सेवन रात में पानी में भिगोकर, सुबह छिलका उतार कर किया जाए तो सबसे अधिक लाभदायक होता है। इसे खाने से आपके ब्रेन की कार्य क्षमता बढ़ती है और स्मरण शक्ति अच्छी होती है, क्योंकि इसमें विटामिन ई की मात्रा अधिक होती है।
काजू
काजू जिंक और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है। काजू खाने से आपके बालों को पोषण मिलता है, जिससे बाल स्वस्थ व घने बनते हैं। भुने हुए काजू का प्रयोग ज्यादा अच्छा माना जाता है, क्योंकि भुना हुआ काजू शरीर में जल्दी घुल जाता है। काजू बहुत ही सीमित मात्रा में खाएं।
पिस्ता
अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए पिस्ते का सेवन करें। पिस्तों में विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन बी 6 पर्याप्त मात्रा में होता है। इसका सेवन आप आइसक्रीम, दही व सलाद में भी कर सकते हैं।
अखरोट
सभी मेवों में से ओमेगा 3 की मात्रा अखरोट में सबसे अधिक होती है। यह हृदय के लिए लाभदायक होता है। कभी-कभी हमारे शरीर में प्रोटीन की अधिकता के कारण सूजन आ जाती है। अखरोट के नियमित सेवन से सूजन में आराम मिलता है।
मूंगफली
मूंगफली भी स्वास्थ्य हेतु लाभदायक है, इसमें ओलिक फैट पाया जाता है जो जैतून में पाए जाने वाले फैट से मिलता जुलता है। इसके अतिरिक्त इसमें किसी भी अन्य मेवे से अधिक मोनोअनसेचुरेटिड एसिड  होते हैं जो हृदय रोग की संभावना को कम करते हैं पर मूंगफली की एक समय में कम मात्रा ही खानी चाहिए। आम आदमी को सप्ताह में 30 ग्राम से अधिक मेवे नहीं खाने चाहिए। (स्वास्थ्य दर्पण)
—हर्षित बगई