करतारपुर गलियारे हेतु डेरा बाबा नानक समारोह संबंधी विवाद और गर्माया

चंडीगढ़, 28 नवम्बर (हरकवलजीत सिंह): करतारपुर गलियारे के लिए डेरा बाबा नानक में नींव पत्थर समारोह दौरान मंच पर बैठने व बोलने वालों के नामों के लिए विवाद ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा तथा कैबिनेट मंत्री स. सुखजिन्द्र सिंह रंधावा द्वारा आज सूचना के अधिकार में मुख्यमंत्री सचिवालय से पूछा गया कि समारोह में मंच पर बोलने व बैठने के लिए नामों की स्वीकृति किस द्वारा दी गई तथा इस समारोह के लिए प्रोटोकोल के नियम क्या हैं? ‘अजीत समाचार’ के साथ बातचीत करते हुए स. रंधावा ने कहा कि मुझे राष्ट्रीय सड़क यातायात बारे अथार्टी के अधिकारियों ने समारोह में बताया कि मंच पर बैठने व बोलने वाले नामों संबंधी स्वीकृति मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा दी गई है। उन्होंने कहा कि जब हम सभी विधायक मंच के सामने नीचे बैठे थे तो हमारे नेताओं व विधायकों के साथ अन्याय करने वाले अकाली विधायक को मंच पर कौन से नियम में जगह दी गई है। उन्होंने कहा कि मंच के लिए पूर्व मुख्यमंत्री के नाम के लिए भी स्वीकृति क्यों व किसने दी? उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से कहा है कि यदि इसके लिए मुख्यमंत्री सचिवालय का कोई अधिकारी ज़िम्मेवार है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए, नहीं तो भारत सरकार के पास इस संबंधी प्रोटैस्ट दर्ज करवाया जाए, जो अब तक नहीं किया गया। स. रंधावा ने कहा कि पार्टी विधायकों व मंत्रियों में इस समारोह दौरान उनके लिए अपनाए गए व्यवहार संबंधी भारी रोष है तथा नीचे बैठे मंत्रियों व विधायकों की ओर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मैं इस समारोह के लिए चाहे प्रभारी मंत्री था, मुझे भी मंच पर बैठने वाले व्यक्तियों व प्रवक्ताओं संबंधी अंधेरे में रखा गया। स. रंधावा ने कहा कि वह अकाल पुरख का इस बात के लिए शुक्राना करते हैं कि सिख संगत की लम्बे समय से चली आ रही यह मांग पूरी हुई है तथा मैं गुरुद्वारा श्री डेरा साहिब में भी शुक्राने के रूप में माथा टेकने के लिए शीघ्र पाकिस्तान जाऊंगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुझे भी यदि आज के इमरान खां द्वारा नींव पत्थर के समारोह के लिए निमंत्रण पत्र दिया होता तो वह ज़रूर पाकिस्तान जाता। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने भी आज स्पष्ट किया कि निमंत्रण मिलने की स्थिति में वह भी आज के समारोह के लिए ज़रूर पाकिस्तान जाते, हालांकि मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा उनके नाम पर एक बयान जारी कर मुख्यमंत्री द्वारा पाकिस्तान समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण को रद्द करने की प्रशंसा में भी एक बयान जारी किया गया था। आज दिल्ली से ‘अजीत समाचार’ के साथ टैलीफोन पर बात करते हुए जाखड़ ने कहा कि दोनों देशों के मध्य अच्छा माहौल बनाने के लिए बातचीत ही पहला कदम है तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा आज एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम उठाया गया है, जो दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने में अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान समारोह में शामिल होने के लिए जाने के फैसले को भी सही करार देते हुए कहा कि उन्होंने सही समय पर सही कदम उठाया है, जिसके लिए उनको बनता सम्मान मिलना चाहिए लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि जैसे संबंध दोनों देशों के मध्य पिछले समय से रहे हैं उस कारण जो आशंकाएं प्रकट की जा रही हैं उनको समक्ष रख कर एहतियात रखना चाहे ज़रूरी है लेकिन शांति की बहाली के लिए मौका ज़रूर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह गलियारा खोलने से दोनों देशों के लोगों में जो यातायात व आदान-प्रदान बढ़ेगा वह संबंधों को सुधारने में भी सहायता करता है। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं उस ऐतिहासिक व पवित्र धरती का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जहां श्री गुरु नानक देव जी के पावन स्थान के लिए गलियारा खोला जा रहा है।