भारत की सबसे तेज़ ट्रेन का सफल ट्रायल

नई दिल्ली, 2 दिसम्बर (भाषा): ‘ट्रेन 18’ नाम से चर्चित भारत की पहली लोकोमोटिव (इंजन) रहित ट्रेन ने रविवार को परीक्षण के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा पार की। 100 करोड़ रुपये की आधुनिक डिजायन वाली ट्रेन का जब संचालन शुरू होगा तो यह देश की सबसे तेज गति वाली ट्रेन बन जाएगी। इस ट्रेन के निर्माण वाली ‘इंटीग्रल कोच फैक्टरी’ (आईसीएफ) के महाप्रबंधक एस मणि ने कहा कि ‘ट्रेन 18’ ने कोटा-सवाई माधेपुर खंड में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की सीमा पार की। प्रमुख परीक्षण अब पूरे हो चुके हैं, बस कुछ अन्य बचे हैं। रिपोर्ट के आधार पर, अगर ज़रूरत पड़ी तो चीजों को और बेहतर किया जाएगा। फिलहाल कोई बड़ी तकनीकी समस्या सामने नहीं आई है।’ मणि ने कहा कि हमें उम्मीद है कि ‘ट्रेन 18’ जनवरी 2019 से अपना वाणिज्यिक संचालन शुरू करेगी। आमतौर पर, परीक्षण में 3 महीने का समय लगता है। लेकिन अब यह उम्मीद से तेज गति से हो रहा है। अधिकारियों ने कहा कि अगर सब ठीक रहता है तो ‘ट्रेन 18’ वर्तमान शताब्दी एक्सप्रेस की जगह लेगी। अगर पटरियां और सिग्नल जैसी भारतीय रेलवे प्रणाली का साथ मिले तो ‘ट्रेन 18’, 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने में सक्षम है।