लौंगोवाल द्वारा सिख अजायब घर संगतों को समर्पित

पटियाला, 3 दिसम्बर (परगट सिंह): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल की तरफ से आज गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब में सिख इतिहास को दिखाता सिख अजायब घर और स्टील का बनाया नया निशान साहिब संगतों को समर्पित किया गया। उद्घाटन से पहले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हजूरी रखे गए आखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। इस मौके हैड ग्रंथी ज्ञानी प्रनाम सिंह ने अरदास की और हजूरी रागी सिंहों ने कीर्तन परवाह चलाया। सिख अजायब घर के उद्घाटन मौके शिरोमणि कमेटी के पूर्व प्रधान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर, शिरोमणि कमेटी के ऐग्जैक्टिव मैंबर जत्थेदार जरनैल सिंह करतारपुर, जत्थेदार सुरजीत सिंह गढ़ी, जत्थेदार शविन्दर सिंह सबरवाल, पूर्व शिरोमणि कमेटी सदस्य बीबी कमलेश कौर के अलावा सिक्ख अजायब घर की सेवा करवाने वाले भगवंत सिंह, अजीत सिंह और अजीत आर्टस वालों के अलावा स्टील के नए निशान की सेवा में योगदान डालने वाले बाबा कुन्दन सिंह भलाई ट्रस्ट के माता बिपनप्रीत कौर और कार सेवा वाले बाबा अमरीक सिंह, पूर्व विधायक सुरजीत सिंह कोहली आदि ने शिरकत की। इस मौके संगतों को संबोधित करते हुए प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल ने कहा कि सिख इतिहास की प्रतिनिधित्व करते सिक्ख अजायब घर गुरुद्वारों में होने आज समय की बड़ी ज़रूरत है जिससे मौजूदा हालातों में बच्चों और आज की पीड़ी को सिख इतिहास, गुरमति सभ्याचार बारे जानकारी दी जा सके। शिरोमणि कमेटी प्रधान ने कहा कि सिक्ख इतिहास कुर्बानियों के साथ भरा और ऐसे इतिहास बारे आज की पीढ़ी को जानकारी देने के लिए शिरोमणि कमेटी की तरफ से अहम प्रयास किये जा रहे हैं। एक सवाल के जवाब में भाई लौंगोवाल ने कहा कि करतारपुर रास्ता खुलने को लेकर नानक नाम लेवा संगतों में गुरु साहिब के पवित्र स्थान के दर्शनों की आशा बंधी है। उन्होंने कहा कि करतारपुर के दर्शनों के लिए जाने वाली संगतों की तरफ से जहां पाकिस्तान की सरकार हर संभव सहायता उपलब्ध करने का वायदा किया गया, वहीं संगतों के ठहरने और रहने के प्रबंध के लिए शिरोमणि कमेटी की तरफ से सराए बनाने का कार्य किया जायेगा। इस मौके गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधकों की तरफ से शिरोमणि कमेटी प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। इस मौके गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब मैनेजर गुरप्रीत सिंह रोडे, निजी सहायक सुखविन्दर सिंह, दर्शन सिंह, तरसेम सिंह, एडीशनल मैनेजर करम सिंह, अमरपाल सिंह, गुरदीप सिंह, रुपिन्दर सिंह के इलावा शिरोमणि कमेटी स्टाफ और अधिकारी आदि शामिल थे।