श्री करतारपुर गलियारे हेतु संगत ने की 215वीं अरदास

बटाला, 7 दिसम्बर (काहलों,  वनीत गोयल) : पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के चरण प्राप्त पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के डेरा बाबा नानक सीमा से बिना पासपोर्ट व बिना वीजा खुले दर्शन दीदार के लिए खुला रास्ता बन जाने की उम्मीद को लेकर आज अमावस पर गुरुद्वारा करतारपुर साहिब रावी दर्शन अभिलाषी संस्था ने सिंह साहिब जत्थेदार हरप्रीत सिंह, स. गुरप्रताप सिंह वडाला विधायक नकोदर, जत्थेदार तोता सिंह, स. गुरिंदर सिंह बाजवा की संयुक्त अगुवाई में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर खड़े होकर 215वीं अरदास की। इससे पहले संगत ने कस्बे के ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब में एकत्रित होकर सतनाम वाहेगुरु का जाप करते हुए पैदल भारत-पाक सीमा पर पहुंची। अरदास के उपरांत बातचीत करते हुए सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह जत्थेदार अकाल तख्त साहिब ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि भारत-पाकिस्तान की सरकरों ने गुरु नानक नाम लेवा संगत की भावनाओं को समझते हुए यह रास्ता खोलने का ऐतिहासिक निर्णय किया है। हम दोनों देशों की सरकारों का धन्यवाद करते हैं। यह रास्ता खुलने से एक तो दोनों देशों में प्यार बढ़ेगा, दूसरा संगत आसानी से अपने गुरुधाम के दर्शन कर सकेंगी। स. गुरिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि जब तक यह रास्ता खुल नहीं जाता, उनकी संस्था द्वारा तब तक अरदास निर्विघ्न जारी रहेगी। इस अवसर पर जत्थेदार जसबीर सिंह जफरवाल, ऊधम सिंह औलख, हरभजन सिंह, इंजीनियर सुखदेव सिंह, बाबा गुरमेज सिंह, निर्मल सिंह सागरपुर, सुरिंदर सिंहचाहल, इंजी. सुखदेव सिंह, सतनाम सिंह, भूपिंदर सिंह, पवन कुमार, बलकार सिूंह, प्रीतम सिंह, गुरप्रीत सिंह, जीवन सिंह, अवतार सिंह, अजायब सिंह, प्रीतम सिंह, अजायब सिंह, गुरदेव सिंह, प्रीतम सिंह आदि उपस्थित थे।