उत्पादन बेपड़ता हुआ : एंगल-चैनल-गार्डर हुए महंगे

नई दिल्ली, 9 दिसम्बर (एजेंसी): गत सप्ताह स्क्रैप के साथ-साथ स्पंज व पिग आयरन में तेजी आने से उत्तर भारत के प्लांटों में एंगल, चैनल, गार्डर की उत्पादन लागत महंगी हो गयी, जिसके चलते कम्पनियों ने 500 रुपए प्रति टन बढ़ाकर व्यापार किया, जबकि सरिया में व्यापार पूरी तरह ठप्प पड़ जाने से पूरे सप्ताह खामोशी बनी रही। रुपया भी डॉलर की तुलना में कमजोर पड़ गया, जिससे विदेशी कच्चे माल पिछले सप्ताह की तुलना में महंगे पड़ने लगे हैं। यहां की स्क्रैप भी तेज हो गयी है, जिससे सरिया में भी 1000/1500 रुपए की तेजी लग रही है। आलोच्य सप्ताह नई व पुरानी स्क्रैप की आवक काफी घट जाने से 2000/3000 रुपए प्रति टन तक मायापुरी, नारायणा मंडी में उछाल आ गया, लेकिन रुपए की भारी तंगी हो से रियल इस्टेट की सरिया में मांग पूरी तरह कमजोर होने से इसके भाव पूर्वस्तर पर टिके रहे। वहीं डॉलर में आई तेजी एवं विदेशों में पिग व स्पंज आयरन में गर्मी आने से यहां अधिकतर कम्पनियों ने एंगल, गार्डर, टी-आयरन एवं चैनल में 500 रुपए प्रति टन की तेजी कर दी। यहां कैपिटल एंगल 500 रुपए बढ़कर 47300 रुपए, बिड़ला एमएस 47600 रुपए जीएसटी पेड, राना 44400 रुपए प्रति टन जीएसटी अतिरिक्त हो गये। गार्डर व टी-आयरन में भी इसी अनुपात में तेजी आ गयी। टी-आयरन 48600 रुपए एवं बिलट 49600 रुपए प्रति टन की ऊंचाई पर जा पहुंचे। डॉलर 69.65 रुपए का पिछले सप्ताह था वह 70.67 रुपए का हो गया, जिससे पिग व स्पंज आयरन आज की तरीख में आयात करने पर महंगा पड़ रहा है, जिससे सरिया सहित सभी तैयार माल में अगले सप्ताह अच्छी तेजी लग रही है।