फाज़िल्का के शहीद जवान को दी अंतिम विदाई

फाज़िल्का, 10 दिसम्बर (प्रदीप कुमार) : अरूणाचल प्रदेश में आतंकवादियों से हुए मुकाबले दौरान शहीद हुए सेना के लांस नायक सुखचैन सिंह का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह उनके पैतृक गांव असलामवाला पहुंचा। जहां राष्ट्रीय व सैनिक सम्मान के साथ हजारों नम आंखों ने शहीद सुखचैन सिंह को अंतिम विदाई दी। जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव में पहुंचा तो आसमान शहीद सुखचैन सिंह अमर रहे के नारों से गूंज गया। शहीद सुखचैन सिंह के अंतिम संस्कार पर सेना व प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलियां भेंट की। इसके अलावा राजनीतिज्ञ नेताओं ने भी शहीद को श्रद्धांजलियां भेंट की। इस दौरान भारतीय सेना की एक टुकड़ी द्वारा शहीद सुखचैन सिंह को हथियार चलाकर सलामी दी। शहीद सुखचैन सिंह के पार्थिव शरीर के घर पहुंचने पर पारिवारिक सदस्याें का रो-रो कर बुरा हाल था और हर कोई शरीर के पार्थिव शरीर से लिपट कर रो रहा था।  ग्रामीणों ने बताया कि शहीद सुखचैन सिंह बहुत ही मिलनसार व्यक्ति था और 45 दिनों की छुट्टी पर अपने घर आया हुआ था। गत 4 दिसम्बर को सेना द्वारा आए संदेश में उसे छुट्टी से दो दिन पहले ही डयूटी पर बुला लिया। उन्हाेंने बताया कि 8 माह के अपने बेटे को शहीद सुखचैन सिंह ने इन छुट्टियाें पहली बार देखा था। उन्हाेंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि सुखचैन सिंह इस दुनियां में नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व महसूस हो रहा है कि हमारे गांव का बेटा देश के लिए कुर्बान हुआ। वहीं शहीद के पिता धर्मजीत सिंह ने कहा कि उसने बेटे ने देश की खातिर शहादत देकर उनका, उनके गांव, सेना का नाम रोशन किया है और उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। शहीद सुखचैन सिंह की बिग्रेड 19 सिख के उनके साथी जगतार सिंह, जो कि पार्थिव शरीर को लेकर उनके घर पहुंचे थे, ने बताया कि अरूणाचल प्रदेश में शहीद सुखचैन सिंह की टुकड़ी पैट्रोलिंग पर थी और आतंकवादियों के एक गु्रप ने उनकी टुकड़ी पर हमला कर दिला। जिसका बड़ी बहादुरी के साथ सुखचैन सिंह की टीम ने सामना किया। उन्हाेंने बताया कि मुकाबले दौरान एक जवान को गोली लगी और दूसरी गोली जवान सुखचैन सिंह को लगी। लेकिन फिर भी सुखचैन सिंह दुश्मन से मुकाबला करता रहा। जिस के बाद सुखचैन सिंह शहीद हो गया। उन्हाेंने कहा कि इस हमले में जहां लांस नायक सुखचैन सिंह शहीद हुआ है, वहीं तीन अन्य जवान इस हमले में घायल हुए हैं। उन्हाेंने बताया कि अरूणाचल प्रदेश की जिस जगह पर मुकाबला हुआ, उस जगह पर अभी ऑपरेशन जारी है और सेना के अधिकारियों के साथ जवान सर्च ऑपरेशन चलाए हुए हैं।  इस मौके पर फाजिल्का के एस.डी.एम. सुभाष खटक ने कहा कि ज़िला प्रशासन शहीद परिवार की हर संभव मदद करेगा। शहीद के पार्थिव शरीर को मुख्याग्नि उनके पिता धर्मजीत सिंह द्वारा दी गई। बाद में सेना अधिकारियों ने शहीद की वर्दी व तिरंगा उनके परिवार को भेंट किया।