फिल्मी सितारे भी थे कभी हॉकी के दीवाने

भुवनेश्वर में चल रहे विश्वकप हॉकी टूर्नामैंट हमें उन दिनों की याद करवाते हैं, जब फिल्म हस्तियां भी हॉकी की दीवानी थी। वह 1975 विश्व कप हॉकी वाला यादगारी दौर था। आज उन पुराने सुनहरे दिनों को याद करने का मन करता है, जब हॉकी के जादूगरों ने पूरे देश को अपने जादू से मंत्र-मुग्ध किया हुआ था। भारत तो क्या, पूरे विश्व में भारतीय हॉकी की चर्चा थी। हॉकी द्वारा ही और अपनी कला के द्वारा इन जादूगरों ने फिल्मी अदाकारों को भी काफी प्रभावित किया हुआ था। अपनी ओर खींचा हुआ था। उनको निवेदन करने की ज़रूरत नहीं थी। यह उल्लेखनीय है कि भारत और विश्व के दूसरे देशों में फिल्मी सितारे हमेशा खेलों की दुनिया से जुड़े रहे हैं या फिर चमक-दमक वाले दूसरे क्षेत्रों के साथ। बेहतरीन फिल्मी सितारों की बेहतरीन फिल्में देखने के लिए जिस तरह हॉकी के सितारे भारी भीड़ में इकट्ठे होते हैं, उसी प्रकार इस लोकप्रिय और राष्ट्रीय खेल को देखने के लिए फिल्मी अभिनेता खेल के मैदानों में पहुंचते थे। लेकिन उनके लिए मुसीबत यह होती थी कि वह अपने चहेतों से छिप कर साइड पर बैठकर हॉकी के मैदानों में हॉकी सितारों का खूबसूरत प्रदर्शन देखते होते थे। मुम्बई में होने वाले ‘आगा खान’ टूर्नामैंट में फिल्मी सितारों की भीड़ होती थी। राज कपूर, प्राण, शशि कपूर, राज खोसला, ओम प्रकाश, मनोज कुमार, धर्मेन्द्र, जतिन्द्र, रणजीत, विनोद खन्ना, डिंपल कम्पाड़िया, दारा सिंह आदि जैसे कई फिल्मी सितारे विशेष करके पंजाबी फिल्म अदाकार और फिल्मी अभिनेत्रियां हॉकी की दीवानी थी। आपको याद है कि 1975 में जब भारत ने कुआलालम्पुर में पहला विश्व कप जीता तो उस समय भारतीय हॉकी बुलंदी पर थी। क्योंकि इससे पहले भारत आठ बार ओलम्पिक विजेता रहा चुका था। इस समय विश्व कप विजेता बनकर इस खेल को ओर भी लोकप्रिय कर दिया। इस लोकप्रियता के कारण कई और फिल्मी सितारे भी हॉकी के साथ जुड़ गए। उस समय भारत में हॉकी के सितारे फिल्मी सितारों की तरह छा गए। बता दूं कि उन दिनों मैं मुम्बई के एक स्टेडियम में फिल्मी सितारों की ओर से उस टीम का सम्मान भी किया गया, जो कप्तान अजीतपाल की कप्तानी में यह विश्व कप जीता था। दिल्ली श्रद्धा और दिल्ली सरकार से फिल्मी सितारों ने देश की राष्ट्रीय खेल हॉकी के विजेता सितारों को अपनी ओर से सम्मान देने का खूबसूरत प्रयास किया। दिलचस्प बात इस दौरान फिल्मी सितारों और विजेता हॉकी सितारों के मध्य एक दोस्ताना मैच भी खेले गया, जिसको देखने के लिए 40 हज़ार के करीब दर्शकों ने मैदान को सुशोभित किया, अपनी उपस्थिति से। दूसरी तरफ हॉकी वाले ही अपने दम-खम से दिलों के बहुत करीब हो गए थे। एक तरफ अजीतपाल कप्तानी हॉकी सितारों की ओर, दूसरी तरफ राज कपूर कप्तान फिल्मी सितारों की ओर, दोनों ही कप्तानी में मैदान कुछ अजीब ही प्रकार का रोमांचक माहौल था। किस कद्र उस समय हॉकी के प्रसिद्ध सितारे गोविंदा की खेल शैली की तारीफ हुई, किस तरह लोगों ने असलम शेर खान, हरचरण सिंह, अशोक दीवान, सुरजीत सिंह, वरिन्द्र सिंह, ओंकार सिंह, महिन्द्र सिंह, एच. चिमनी के लिए तालियां बजाई। किस तरह एम. किंडो वी.जे. फिलिप्स, एच.आर. पवार, अशोक कुमार आदि हॉकी सितारों को लोगों ने उठा-उठा कर चीख-चीख कर दाद दी, उनको याद करके आज भी हॉकी प्रेमी आह भरते हैं। यह रोमांचकारी प्रदर्शन इस बात का सबूत है कि उस समय किस तरह लोग अपने देश की राष्ट्रीय खेल हॉकी को प्यार करते थे।