कांग्रेस सरकार ने प्रश्नोत्तरी से भागने के लिए कम किया सत्र का समय : सुखबीर

चंडीगढ़, 14 दिसम्बर (विक्रमजीत सिंह मान) : आज पंजाब विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत करते शिरोमणि अकाली दल के प्रधान स. सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पंजाब का शीतकालीन सत्र एक दिन का हो और कांग्रेस सरकार ने जिन प्रतिनिधियों द्वारा लोक मुद्दों सम्बंधी पूछे जाने वाले सवालों से भागने के लिए सत्र का समय कम किया है। उन्होंने कहा कि अकाली दल ने सदन में उन किसानों का मसला उठाना था, जो कर्ज़े के बोझ में आकर आत्महत्याएं कर रहे हैं परन्तु सरकार इस बड़े मसले के जवाब देने और बहस से बचने के लिए भाग गई। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र में सदन का कार्य एक दिन में ही समेट देना लोकतंत्रीय नैतिक-मूल्यों का उल्लंघन है। स. सुखबीर ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा था कि राज्य में कांग्रेस सरकार की सरकार बनने के बाद किसानों के सभी कर्ज़े माफ होंगे और उनकी ज़मीन की कुर्की नहीं होगी परन्तु किसानों के कर्ज़े माफ नहीं हुए बल्कि कुर्की का काम जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने घर-घर नौकरी का वादा किया था परन्तु नौजवानों को छोटी-छोटी प्राइवेट नौकरियां लगवा कर कागज़ों में वादे पूरे किए जा रहे हैं। स. बादल ने कहा कि गन्ना किसानों को अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा, अध्यापक वर्ग अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरा, कर्मचारी वर्ग अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए मज़बूर है और ऐसे गम्भीर मुद्दों सम्बंधी सवाल के जवाब देने से भागने के लिए सरकार ने पहले ही 3 दिन रखे सत्र को और कम करने के लिए एक दिन का करके लाखों रुपए में पानी डाल दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने समाज के प्रत्येक वर्ग को निराश किया है, वह चाहे किसान हो, समाज भलाई योजनाएं व लाभपात्र दलित, नौजवान, सरकारी कर्मचारी, व्यापारी या उद्योगपति हों। स. बादल ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले किए वादे पूरे नहीं किए, इस कारण वह जवाब देने से भाग रही है। इस मौके पर उनके साथ अन्यों के अतिरिक्त श्री हरचरन बैंस, स. बिक्रम सिंह मजीठिया, स. शरनजीत सिंह ढिल्लों, स. परमिन्द्र सिंह ढींडसा, पवन कुमार टीनू और स. लखबीर सिंह लोधी नंगल भी उपस्थित थे।