99 प्रतिशत चीज़ों को लाया जाएगा 18 प्रतिशत जीएसटी दायरे में : मोदी


मुम्बई, 18 दिसम्बर (भाषा) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1984 सिख विरोधी दंगों में इंसाफ में देरी को रेखांकित करते हुए मंगलवार को कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि कांग्रेस नेता को मामले में दोषी ठहराया जाएगा। मोदी ने यहां ‘रिपब्लिक समिट’ के दौरान यह बयान दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘चार साल पहले, किसी ने सोचा भी नहीं था कि 1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता को सज़ा मिलेगी और उन्हें (पीड़ितों को) इंसाफ मिलेगा।’’ दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा 1984 सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराए जाने और उन्हें ताउम्र कैद की सज़ा सुनाए जाने के एक दिन बाद मोदी ने यह बयान दिया है। रिपब्लिक समिट में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को और ज्यादा सरल बनाने के संकेत दिए हैं। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार चाहती है कि 99 प्रतिशत सामान या चीज़ें जीएसटी के 18 प्रतिशत के कर स्लैब में रहें। मोदी ने संबोधित करते हुये कहा कि जीएसटी लागू होने से पहले केवल 65 लाख उद्यम पंजीकृत थे, जिसमें अब 55 लाख की वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज, जीएसटी व्यवस्था काफी हद तक स्थापित हो चुकी है और हम उस दिशा में काम कर रहे हैं जहां 99 प्रतिशत चीज़ें जीएसटी के 18 प्रतिशत कर स्लैब में आएं। उन्होंने संकेत दिया कि जीएसटी का 28 प्रतिशत कर स्लैब केवल लक्जरी उत्पादों जैसी चुनिंदा वस्तुओं के लिए होगा।
राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय के हाल ही में सुनाए फैसले को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों को लेकर देश की शीर्ष अदालत का रुख किया गया। जहां उन्हें स्पष्ट फैसला मिला कि जो भी काम हुआ (राफेल सौदे में..) वह पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ किया गया। उन्होंने कहा कि चार साल पहले (जब कांग्रेस सत्ता में थी) किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी एक मानसिकता है जिसमें हम सरकार के खिलाफ अधिक भ्रष्टाचार के आरोपों में विश्वास करते हैं। चाहे वह कदाचार या भ्रष्टाचार के आरोप हों, मानसिकता एक ही बनी रहेगी। मोदी ने कहा कि चार साल पहले किसी ने यह नहीं सोचा था कि एक दिन अगस्ता वेस्टलैंड हैलीकॉप्टर भ्रष्टाचार मामले का मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल भारत में होगा। सबके तार जोड़े जा रहे हैं।