संभाल कर करें ऊनी वस्त्रों की देखभाल

सुबह शाम की ठंडी हवाएं जाड़े के आने का संकेत दे रही हैं। उसी के साथ जाड़े के कपड़े भी बाहर निकल आये हैं। बाज़ार में आकर्षक रंगों के ऊनी कपड़ों के ढेर दिखाई दे रहे हैं। इस बढ़ती महंगाई में आये दिन मंहगे ऊनी वस्त्रों को खरीदना या बनवाना बहुत कठिन हो गया है। प्रस्तुत हैं, कुछ महत्त्वपूर्ण और उपयोगी सुझाव ऊनी वस्त्रों की देखभाल के लिए जिससे वे अधिक दिन तक चलें तथा उनमें चमक भी बनी रहे।
* जाड़ों में उपयोग करने से पूर्व बक्से या अलमारी में रखें। ऊनी कपड़ों को एक दो बार धूप में सुखा अवश्य लें।
* यदि घर पर ऊन रंगना चाहें तो रंग के साथ पानी में थोड़ी फिटकरी मिला दें जिससे ऊन सिकुड़ेगी नहीं।
* नौशादर पड़े पानी में ऊनी कपड़े धोने से अधिक साफ होते हैं।
* स्वैटर धोने से पूर्व उसे पानी में डुबो देना चाहिए।
* स्वैटर को हमेशा उल्टा करके सुखायें। सीधा सुखाने पर वह कम दिन चलेगा, रंग भी फीका पड़ जायेगा।
* स्वैटर धोने के बाद हैंगर में लटकाकर न सुखायें जिससे स्वेटर का आकार बिगड़ सकता है।
* यदि स्वैटर की ऊन जुड़ गई है तो पानी में थोड़ा खट्टा दही मिला लें।
* ऊनी कम्बल धोते समय थोड़ी-सी ग्लिसरीन पानी में मिला लें जिससे कम्बल मुलायम रहेगा।
* ऊनी कपड़े धोते समय साबुन में थोड़ी-सी फिटकरी मिला लें जिससे कपड़ा न सिकुड़ेगा न रंग उड़ेगा।
* सफेद ऊनी कपड़े धोते समय नींबू की कुछ बूंदें निचोड़ लें जिससे कपड़े पीले 
नहीं पड़ेंगे।

—जगत किशोर सोलंकी