8 पंजाबियों को कनाडा में प्रवेश से रोका

टोरांटो, 26 दिसम्बर (सतपाल सिंह जौहल) : कनाडा में हवाई अड्डों में भारत से पहुंचे लोगों की लम्बी लाइनें लगती नज़र आती हैं, जिनमें पंजाबी विद्यार्थी व छात्राओं की बड़ी भीड़ है व आम पारिवारिक तौर पर (विवाह, वर्षगांठों के लिए) पहुंचे लोग शामिल हैं। इस दौरान कनाडा की खुली (6 महीनों वाली) एंट्री की डालर कमाने के लिए दुरुपोग रोकने के लिए इमीग्रेशन अधिकारियों द्वारा सख्ती का कार्य जारी है। क्रिसमस की छुट्टियों के कारण गत 36 घंटों के दौरान 8 पंजाबी व्यक्तियों को टोरांटो एयरपोर्ट से एंट्री की मनाही होने बारे पता चला है।यह भी कि उनमें चार तो दिल्ली से आए एक जहाज़ में ही थे। उनमें बहुत से नौजवान लड़के हैं परन्तु अधिक आयु का एक जोड़ा भी शामिल है। अधिक आयु के पति व पत्नी ने कैलगरी में 1 सप्ताह की सैर करने का कार्यक्रम बनाया हुआ था। उनको तीन बार मनाही होने के बाद कनाडा का वीज़ा मिला, परन्तु हवाई अड्डे से एंट्री न दी जा सकी। कैनेडियन इमीग्रेशन अधिकारियों का मानना था कि जालन्धर के समीपवर्ती गांव से अमरीका में रहते अपने 22 वर्षीय बेटे को मिलने जाने की अपेक्षा उस जोड़े की कनाडा में (कड़ाके की सर्दी पर) 7 दिनों के लिए सैर करने की बात विश्वसनीय नहीं, क्योंकि पत्नी की सगी बहन कैलीफोर्निया में गैर-कानूनी तौर पर भी रह रही है। उनके पास सप्ताह की सैर के लिए चाहे 5000 से अधिक नगद डालर थे, परन्तु अधिकारियों ने परिणाम निकाला कि वे दोनों कनाडा से वापस मुड़ने के लिए नहीं पहुंचे। हरियाणा के कुरुक्षेत्र से आए बड़ी आयु के पंजाबी व्यक्ति के पासपोर्ट में वीज़ा चाहे लम्बी अवधि का था, परन्तु कनाडा में रहते भाई को मिलने के लिए आए होने की बात झूठी निकली। जांच से पता चला कि वास्तव में उसका कोई भाई कनाडा नहीं रहता। नकली स्पांसरशिप से वीज़ा लगवा कर संगरूर से वेंकूवर में रहती अपनी बहन को मिलने आए 20 वर्षीय लड़के को भी एंट्री नहीं मिली, क्योंकि वास्तविकता यह रही कि कनाडा में उसकी कोई बहन नहीं रहती, जिस कारण अधिकारियों ने उसके वीज़ा पर लाल लाईन (कैंसल) फेर दी। लुधियाना से आए एक ग्रंथी सिंह को मिसीसागा स्थित एक बड़े गुरुद्वारे के प्रबंधकों से भेजी गई स्पांसरशिप में बड़ी गड़बड़ी निकली, जिस कारण उस सिंह को भी निराश होना पड़ा। कपूरथला के नज़दीक गांव से पहुंचे 19 वर्षीय एक लड़के का वीज़ा कैंसल करके मौके पर हथकड़ी में जकड़ दिया गया, क्योंकि उसके पास बच्चों के साथ बदफैलियां वाली फिल्म/फोटो थे। अमरीका से टोरांटो में एक विवाह समारोह में शामिल होने पहुंचे अधिक आयु के पंजाबी को भी एंट्री नहीं मिल सकी। वह 20 वर्ष से अमरीका में रह रहा है व अमरीकी नागरिक हो चुका है, परन्तु वहां उसका पृष्ठभूमि शराब पीकर गाड़ी चलाने सहित अपराधिक होने के कारण इमीग्रेशन अधिकारियों ने उसको वापसी फ्लाईट में भेजने का फैसला किया।