-17 डिग्री में ज़िंदा रहा 11 महीने का बच्चा

रूस, 2 जनवरी, (एजैंसी) : रूस में एक शहर है माग्नितोगोर्स्क। इस शहर का तापमान इन दिनों, दिन के समय शून्य से -17 डिग्री सैल्सियस तक नीचे पहुंच रहा है। लेकिन इस जमाने देने वाले सर्द माहौल में एक 11 महीने का बच्चा मलबे के नीचे दबा मिला। खुशी की बात यह है कि वह ज़िंदा है। दरअसल, सोमवार के दिन शहर में हुए गैस धमाके में एक अपार्टमैंट कॉम्पलैक्स बिखर गया था। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए बचाव दल जद्दोजहद कर रहा था। उसी दौरान उन्हें 11 महीने के एक बच्चा मलबे में दबा मिला, जिसकी सांस चल रही थी। रोने की आवाज़ सुनकर पहुंचे उसे बचाने : रिपोर्ट्स के अनुसार बचाव दल ने बच्चे के रोने की आवाज़ सुनने के बाद उसे ढूंढा और उसे सुरक्षित बाहर निकाला। इस बहादुर बच्चे का नाम इवान है, जिसकी हालत गम्भीर बताई जा रही है। उसे बेहतर इलाज के लिए राजधानी, मॉस्को भेजा जा चुका है। बताया जा रहा है कि बच्चा करीब 36 घंटे तक मलबे में दबा रहा था। मासूम को आई कई गम्भीर चोटें : इस दुर्घटना में उस मासूम को कई गम्भीर चोटें आई हैं। जब उसे मलबे से निकाला गया, तो पता चला वह शीतदंश (ठंड लगने से सुन्न हो जाना) का शिकार हो गया है। इतना ही नहीं उसके सिर में चोट आई है। साथ ही हाथों और पैरों में फ्रैक्चर हुआ है। देश के आपातकाल मंत्रालय के अनुसार, बच्चे की मां सुरक्षित है,जो अपने बच्चे से मिलने अस्पताल पहुंची। 36 लोग अब भी हैं लापता : सोमवार देर रात हुए इस गैस धमाके में एक रिहायशी अपार्टमैंट कॉम्पलैक्स पूरी तहधराशाही हो गया था, जिसमें कुल 120 लोग रहते थे। मॉस्को से करीब 1,695 किलोमीटर दूर स्थित मेग्नीतोगोर्स्क शहर में हुए इस हादसे की आपराधिक जांच शुरू कर दी गई है। बता दें, मुश्किल हालातों में बचाव दल ने करीब 8 शव मलबे से निकाल लिए हैं। अब भी 36 लोग लापता हैं।