सहकारिता विभाग का बयान लोगों को गुमराह करने वाला - बीकेयू

संगरूर, 05 जनवरी - (धीरज पिशौरिया) - बैंकों से किसानों के खाली चैक वापस करवाने और खाली चैक लेने की प्रवृत्ति को बंद करवाने के लिए जिला मुख्यालयों और बैंकों के समक्ष भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा पिछले पांच दिनों से धरने दिए जा रहे हैं। इन धरनों के बारे में सहकारिता विभाग की तरफ से बयान दिया गया है कि किसान यूनियन की ओर से अपने हितों की पूर्ति के लिए बैंकों से लिए कर्ज  को वापिस न देने के लिए बैंकों के समक्ष धरने दिए जा रहे हैं। सहकारिता विभाग के इस बयान को भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रधान जोगिन्द्र सिंह उगराहां ने पंजाब के लोगों को गुमराह करने वाला करार देते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी नहीं कहा कि किसान बैंकों का कर्ज वापिस न दें, बल्कि यूनियन तो मांग कर रही है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह अपने चुनावी वादे के मुताबिक कर्ज वापिस करने में असमर्थ किसानों का पूरा कर्ज माफ करें।