जस्टिस ज़ोरा सिंह ने बेअदबी मामले को लेकर किये कईं खुलासे 

चंडीगढ़, 9 जनवरी - (अजायब सिंह औजला) - आम आदमी पार्टी में बीते दिन शामिल हुए जस्टिस ज़ोरा सिंह ने आज चंडीगढ़ में एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान कहा कि जवाहर सिंह वाला गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथि से यदि सही पूछताछ की जाती तो बेअदबी मामले के आरोपी पहले ही सामने आ जाने थे। उन्होंने कहा कि मामले की अकाली-भाजपा सरकार ने न तो जानबूझ कर सही जांच की और न ही विशेष जांच टीम ने इसकी तरफ कोई गंभीरता दिखाई। जस्टिस ज़ोरा सिंह ने कहा कि कैप्टन सरकार ने मामले को जानबूझ कर अनदेखा किया। उन्होंने कहा कि राजविन्दर सिंह, सूबेदार गुरजंट सिंह, हरदेव सिंह, रणजीत सिंह, गोरा सिंह और एक टेलर मास्टर के नाम बेअदबी मामले में सामने आ गए थे और यह नाम सिक्ख जत्थेबंदियों द्वारा जस्टिस ज़ोरा सिंह कमीशन को दिए गए थे। एक समय ऐसा भी आया जब जस्टिस ज़ोरा सिंह पत्रकारों के सवालों के जवाब देने से भागते नज़र आए और वह अपनी सीट से उठ खड़े हुए। इस मौके साथ बैठे विधायक अमन अरोड़ा और कुलतार सिंह संधवा ने उनको बिठाया। यह बात तब निपटी, जब उनसे यह पूछा जा रहा था कि आप स्पष्ट क्यों नहीं करते कि बेअदबी मामलो में कौन आरोपी है परन्तु वह अपने जवाबों से टाल-मटोल करते रहे। इसके साथ ही जब उनसे यह पूछा गया कि आपने रिपोर्ट में प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल या सुमेध सैनी के नामों का विशेष तौर पर ज़िक्र किया है तो इस संबंधी भी उन्होंने न में ही जवाब दिया और कहा कि उस समय सरकार ही आरोपी थी।