पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामला :डेरा प्रमुख पर आज सीबीआई कोर्ट सुनायेगी फैसला

चंडीगढ़, 10 जनवरी (राम सिंह बराड़ : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ चल रहे पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड के मामले में सीबीआई कोर्ट शुक्रवार को निर्णय सुना सकती है। डेरा प्रमुख को वीडियो कांफ्रैंसिंग के जरिए अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। इसको लेकर पूरे प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पंजाब के साथ लगते हरियाणा के ज़िलों विशेषकर डेरे के प्रभाव वाले इलाकों में जहां सैंकड़ों अतिरिक्त नाके लगाए गए हैं वहीं अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किए गए हैं। डेरा प्रमुख की पेशी की दृष्टिगत प्रदेशभर में पुलिस कर्मचारियों व प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है और डेरे के नाम चर्चा घरों पर विशेष नज़र रखी जा रही है।पुलिस अधिकारियों को पड़ोसी राज्यों के साथ भी विशेष संपर्क बनाए रखने और अन्य राज्य से आने वाले लोगों पर भी विशेष निगाह रखने की हिदायत दी गई है। पंचकूला के अलावा चंडीगढ़ में दाखिल होने वाले वाहनों और लोगों पर भी विशेष नाके लगाकर निगाह रखी जा रही है।डेरा प्रमुख इस समय साध्वियों के यौन शोषण मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सज़ा काट रहे हैं और इसी जेल से उन्हें वीसी के माध्यम से कोर्ट के समक्ष पेश किया जाना है। इसी के चलते सुनारिया जेल के चारों तरफ सुरक्षा के कड़े इंतजाम करते हुए अतिरिक्त पुलिस व सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं ताकि जेल परिसर तक कोई भी पहुंच न पाए। डेरा प्रमुख के खिलाफ पंचकूला की सीबीआई कोर्ट के जज जगदीप सिंह छत्रपति हत्या मामले में फैसला सुनाने वाले हैं। इसी के चलते पंचकूला में कोर्ट परिसर की ओर जाने वाले सभी रास्तों और शहर को आने वाले सभी मार्गों पर विशेष सुरक्षा बन्दोबस्त करते हुए पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है और ज्यादातर रास्ते सील कर दिए गए हैं। डेरा प्रमुख को साध्वियों से यौन शोषण के मामले में भी सीबीआई जज जगदीप सिंह ने 20 साल की सज़ा सुनाई थी। 25 अगस्त 2017 को जब डेरा प्रमुख को अदालत ने दोषी ठहराया था तो पूरे पंचकूला में घटी हिंसक घटनाओं में अनेक लोग मारे गए थे और करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुक्सान हुआ था। अब प्रशासन इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहता और प्रदेश में फिर से हिंसा न हो इसलिए फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। पुलिस प्रशासन व खुफिया एजैंसियों ने डेरे से जुड़े रहे लोगों व उनकी गतिविधियों पर विशेष नज़र रखी हुई है। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की 2002 में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी और इस मामले की जांच 2003 में सीबीआई को सौंपी गई। सीबीआई ने डेरा प्रमुख को पत्रकार की हत्या की साजिश रचने का आरोपी ठहराते हुए कोर्ट में चालान पेश किया था। अब सुनवाई पूरी होने के बाद अदालत इस बारे फैसला सुनाने जा रही है।