ऐसे करें सिलाई मशीन की देखभाल

प्राय: हर घर में सिलाई मशीन होती हैं। महिलाएं सिलाई जानती तो हैं, लेकिन सिलाई मशीन में छोटी छोटी खराबी आने पर वे कुछ कर नहीं पातीं। उचित देखभाल के अभाव में यह कीमती उपकरण शीघ्र खराब भी हो सकता है। इसके लिए निम्नलिखित बातों पर खास ध्यान रखें। :
-सिलाई मशीन में जिन स्थानों पर तेल डालने के लिए छिद्र बने होते हैं तेल वहीं से डालना चाहिए।
* मशीन में सप्ताह में कम से कम एक बार तेल अवश्य डालना चाहिए।
* सुई, शटल प्वाइंट, बॉबिन, धागे कसने के डिस्क तथा रबर रिंग पर कभी तेल न डालें।
* तेल डालने के कुछ समय बाद मशीन को भली-भांति बिना धागा लगाये पुराने कपड़ों पर कुछ देर चला 
लेना चाहिए। 
* नीडल प्लेट के दोनों पेंच खोलकर मशीन के दांत ब्रश से साफ करें।
* सिलाई करते समय कपड़े को न खीचें।
* यदि धागे में तनाव आए तो यूडेटेन्शन पेंच को घुमाकर तनाव आवश्यकता अनुसार कम या अधिक करें।
* सुई को ठीक से फिट करना चाहिए। सुई का चपटा हिस्सा पीछे की तरफ व गोलकार हिस्सा सामने की तरफ फिट करना चाहिए। 
* सुई ठीक विधि से नहीं लगी रहती है तो धागे के गुच्छे से बनने लगते हैं। यदि धागा मशीन पर ठीक से नहीं चढ़ाया गया होगा तो भी धागे के गुच्छे बनने लगते हैं।
* सिलाई में धागे का ही महत्त्वपूर्ण योगदान रहता है। यदि धागा अच्छा नहीं होगा अर्थात् कच्चा होगा तो बार बार टूटेगा अत: सिलाई करते समय किसी अच्छी कंपनी के धागे का ही प्रयोग करें।
* यदि सुई लगाने वाला पेंच पूरी तरह कसा नहीं रहता है तो सुई प्लेट से या प्रेशर फुट से टकराकर टूट सकती है।
* सिलाई मशीन नहीं कर रहे हों तो धागे को अच्छी तरह पोंछकर और ढक कर रखें।
* मशीन को धूप में न रखें।
 उपरोक्त सावधानियां बरतने के बाद आपकी सिलाई मशीन निश्चित रूप से लम्बे समय तक चलेगी और आपको इसे ठीक कराने के लिए रोज रोज मैकेनिक के पीछे नहीं दौड़ना पड़ेगा। (उर्वशी)

—अनिल कुमार