हवा में उड़ने के  टूट जाएंगे सारे रिकॉर्ड


साल 2019 कई वजहों से महत्वपूर्ण होने जा रहा है, जिसमें एक बड़ी वजह देश के यातायात में होने जा रहा महत्वपूर्ण बदलाव है। जी, हां! एक जमाना था और यह जमाना कोई बहुत पहले की बात नहीं है, 1970-80 के दशक तक में हवाई यात्रा करना एक कहानी बनने जैसे रोमांच से गुजरना होता था। नई आर्थिक नीतियों के आने के बाद यूं हवाई यातायात में बढ़ोत्तरी हुई लेकिन इतना नहीं कि उसे खुली आंखों से चारों तरफ  महसूस किया जाए। मगर 21वीं सदी के पहले दशक के बीच में पहुंचते-पहुंचते हवाई यातायात को कुछ यूं पंख लगे कि यकीन ही नहीं हो रहा। साल 2019 में हवाई अड्डों की संख्या में भले और ज्यादा बढ़ोतरी न हो लेकिन हवाई यात्रियों की संख्या में यह साल इतिहास बनायेगा। वैसे भी पिछले 5 सालों में लगातार देश की हवाई यात्रियों की संख्या में 15 से 17 फीसदी सालाना की बढ़ोतरी हो रही है और अनुमान है कि साल 2019 में यह बढ़ोतरी 20 से 25 फीसदी के बीच रहेगी। क्योंकि इस साल न सिर्फ  देश के राजनीतिक लोग बड़े पैमाने में हवाई यात्राएं करेंगे बल्कि अनुमान यह भी है कि कई सालों के बाद अर्थव्यवस्था में चमक दिख रही है और मार्केट में कैश फ्लो भी अच्छा खासा है इसलिए अगर इस साल हवाई यात्रियों की संख्या 21 करोड़ के आंकड़े को छू ले तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा। 
साल 2015 में देश के हवाई यात्रियों की संख्या 11 करोड़ थी, इस लिहाज से देखें तो यह संख्या किसी चमत्कार से कम नहीं है जो महज 5 सालों में हवाई यात्रियों की संख्या को दोगुना होना बता रही है। लेकिन इस उद्योग के मंसूबे तो कुछ और ही हैं। उड़ान उद्योग का मानना है कि अगले 20 सालों में हवाई यात्रियों की हिंदुस्तान में संख्या बढ़कर 100 करोड़ हो जायेगी। साल 2019 हवाई यातायात की दृष्टि से इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण साल है; क्योंकि इस साल विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी उड़ान कंपनियां 300 से ज्यादा हवाई जहाज पहले छह महीने के भीतर ही खरीदने की योजनाओं को अंतिम रूप दे चकी हैं। यह भी इस क्षेत्र में इस साल होने वाला बहुत बड़ा निवेश है जो कि पिछले कई सालों से ड्यू था। दरअसल भारत में हवाई यात्रियों की संख्या भले कितनी तेज़ी से बढ़ रही हो, लेकिन अभी भी भारत में हवाई यात्रियों के बढ़ने की बहुत तेज संभावना है क्योंकि हिंदुस्तान की आबादी 1 अरब 35 करोड़ के आसपास है और अभी इस पूरी आबादी का एक फीसदी नियमित हवाई यात्रा नहीं करता।
इंडस्ट्री का अनुमान है कि अगले 20 सालों में 50 करोड़ नियमित हवाई यात्री पैदा होंगे, जो औसतन साल में दो यात्रा करेंगे। इस तरह देश को कम से कम 100 करोड़ यात्री हर साल मिलेंगे। इस तरह साल 2019 में हवाई यातायात के क्षेत्र से देश को बहुत उम्मीदें हैं सिर्फ  उम्मीदों के दायरे में हवाई जहाजाें में खाली सीटों की मौजूदगी भर नहीं बल्कि इस क्षेत्र से बड़े पैमाने पर नौकरी आने की उम्मीद हवाई यात्रा से ज्यादा रोमांचक है। इसलिए हवा में उड़ने के जो 
रिकॉर्ड टूटेंगे उनसे जॉब के भी नये रिकॉर्ड बनेंगे।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर