तिल खाएं इन रोगों को दूर भगाएं


तिल में मोनो सेचुरेटेड फेटीएसिड होता है जो शरीर में कोलेस्ट्रोल को कम करता है, दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए भी फायदेमंद है। तिल में सेसमीन नाम का एंटी आक्सीडेंट पाया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
तनाव को कम करने में सहायक
तिल में कुछ ऐसे तत्व और विटामिन होते हैं या पाये जाते हैं जो तनाव और डिप्रेशन को कम करने में सहायक होते हैं।
हड्डियों की मजबूती के लिए
तिल में हाइट्री प्रोटीन और एमिना एसिड होता है, जो बच्चों की हड्डियों के विकास को बढ़ावा देता है, इसके अलावा मांसपेशियों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है, तिल के बीज में जस्ता, केल्शियम और फासफोर्स जैसे ज़रूरी खनिज पाये जाते हैं जो कि आपके शरीर की हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा हो सकते हैं।
हृदय की मांसपेशियों के लिए
तिल में कई तरह के लवण जैसे कैल्शियम आयरन, मैग्नीशियम जिंक और सैलेनियम होते हैं जो हृदय की मांसपेशियों को सक्रिय रूप से काम करने में मदद करते हैं।
त्वचा के लिए
तिल का तेल त्वचा के लिए बहुत ही लाभदायक होता है, इसकी मदद से त्वचा को ज़रूरी पोषण मिलता है और इसमें नमी बरकरार रहती है। यह चेहरे की त्वचा विशेष रूप से नाक के आस-पास के क्षेत्र को कसने में मदद करता है, यह त्वचा पर और छिद्रों में विकसित होने वाले विषाक्त पदार्थों को निष्प्रभावी करता है।
हाइपर टैंशन को दूर करने के लिए
तिल के बीज में पाये जाने वाले प्राकृतिक तेल हाई प्रैशर को कम करने में मदद करते हैं इससे तनाव कम होता है और विभिन्न हृदय समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है, इसके अलावा मेग्नीशियम हाइपरटैंशन को कम करने के लिए जाना जाता है और तिल के बीज इस आवश्यक खनिज से भरे हुए हैं।
बच्चों के लिए लाभदायक
अगर आपका बच्चा सोते समय पेशाब करता है तो भुने काले तिलों को गुड़ के साथ मिलाकर उसका लड्डू बना लीजिए बच्चे को यह लड्डू हर रोज रात में सोने से पहले खिला बच्चा रात को बिस्तर गीला नहीं करेगा।
दांतों के लिए
तिल दांतों के लिए भी लाभदायक है। सुबह शाम ब्रश करने के लिए तिल को चबाने से दांत मज़बूत होते हैं साथ ही कैल्शियम की आपूर्ति भी करता है। तिल के तेल से 10/15 मिनट तक कुल्ला कुछ दिनों तक लगातार करने से हिलते हुए दांत मज़बूत हो जाते हैं और पायरिया भी ठीक हो जाता है।
-अभय कुमार जैन