पंजाब की वास्तविक समस्याओं के प्रति कोई भी राजनीतिक दल गम्भीर नहीं : ढींडसा

पटियाला, 18 जनवरी (जसपाल सिंह ढिल्लों) : शिरोमणि अकाली दल के पूर्व महासचिव व सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने विशेष भेंटवार्ता के दौरान कहा कि पंजाब को सभी राजनीतिक दलों की नीतियों ने इस जगह पर खड़ा कर दिया है कि इसे पुन: पांवों पर खड़ा करने के लिए बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति क्या है और यह कहां खड़ा है, इस बारे राजनीतिक दलों ने कभी भी नहीं सोचा। ढींडसा ने कहा कि आज पंजाब के सिर पर भारी भरकम कज़र्  है, प्रदेश में नशा ज्यों का त्यों है, इसलिए दावे कुछ भी हों, परंतु पंजाब को इस स्थिति पर पहुंचाने के लिए सभी राजनीतिक दल ज़िम्मेवार हैं। उन्होंने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि राजनीतिक दलों के चुनाव घोषणापत्र संवैधानिक हों और राजनीतिक दल उसे लागू करने के लिए पाबंद हों ताकि कोई भी राजनीतिक दल दायरे में रहकर ही चुनाव घोषणापत्र जारी करें। उन्होंने कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार नशे को ही मुख्य मुद्दा बनाकर सत्ता में आई थी परंतु अब तक पार्टी के अपने ही विधायक नशे का मामला उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज पंजाब की मुख्य समस्याओं में दिन-प्रतिदिन भूमिगत जल का गिरता स्तर भी शामिल है। यदि इस बारे गम्भीरता से न सोचा गया तो वह दिन दूर नहीं जब पंजाब रेगिस्तान बन जाएगा। एक प्रश्न के उत्तर में ढींडसा ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल द्वारा डेरा सिरसा से समर्थन लेने के मामले में वह भी सहमत नहीं थे। टकसाली नेताओं बारे उन्होंने कहा कि वह पुराने साथी हैं और उनके साथ बातचीत होती रहती है।