विदेशों में तेज़ी एवं सोयाबीन की कमी से खाद्य तेल उछले

नई दिल्ली, 20 जनवरी (एजेंसी): गत सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सीपीओ, सोया सहित सभी खाद्य तेलों में पांच/दस डॉलर प्रति टन की तेजी आ गयी। दूसरी ओर घरेलू मंडियों में भी सोयाबीन की आवक टूट जाने से सोया तेल में 70/80 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा हो गया। सरसों व इसका तेल भी पड़ते के अभाव में 50 रुपए बढ़ गये। सोया डीओसी 1500/1600 रुपए छलांग लगा गयी। तेल रहित व तेल सहित खल में भी 50/75 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा हो गया तथा इसी लाइन पर तेल रहित-तेल सहित खल एवं खाद्य तेलों में  और तेजी के आसार दिखाई दे रहे हैं।आलोच्य सप्ताह मलेशिया में सीपीओ निर्यातकों की चौतरफा लिवाली चलने से स्टॉक अधिक होने के बावजूद पांच/सात डॉलर प्रति टन तेज हो गया। मलेशिया में सीपीओ 535 डॉलर प्रति टन पर जा पहुंचा। इसके प्रभाव से कांदला में भी यह 50 रुपए बढ़कर 3750 रुपए हो गया। तेल सोया भी 60 रुपए बढ़कर वहां 7050 रुपए एवं इंदौर में 7650 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गया। सोयाबीन का उत्पादन इस बार कम होने एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्टॉक काफी निबट जाने से खाद्य तेलों में और तेजी की संभावना प्रबल हो गयी है। सरकार  द्वारा पिछले दिनों सीपीओ की टैरिफ दर भी बढ़ा दी गयी थी। इससे सीपीओ में भी 100/150 रुपए की और तेजी का अंदेशा बन गया है। आयातित तेल तेज होने से सरसों में भी तेल मिलों की मांग निकलने लगी है, जिससे  4080 रुपए से बढ़कर 4120/4125 रुपए कोटा, टोंक लाइन की सरसों जयपुर प्लांट पहुंच में बिक गयी। फलत: यहां भी 4025 रुपए से बढ़कर 42 प्रतिशत कंडीशन की सरसों 4080 रुपए की ऊंचाई पर जा पहुंची। आयातित तेल सस्ते होने से सरसों की पिराई घट गयी थी, क्योंकि मिलावटी माल काफी सस्ता पड़ रहा था। इधर,  चावल तेल भी 30/40 रुपए बढ़त लिये बंद हुआ।  सोया डीओसी में भी निर्यातकों की लिवाली चलने से 1500/1600 रुपए उछलकर एमपी के प्लांटों में 30700/30800 रुपए एवं कोटा के प्लांटों में 31200/31300 रुपए एक्स प्लांट में व्यापार हो गया।