पड़ोसी राज्यों में पैट्रोलियम पदार्थों के मूल्य कम होने के कारण- पंजाब के पैट्रोल पम्प मालिक बुरी तरह प्रभावित

एस. ए. एस. नगर, 22 जनवरी (के. एस. राणा) : पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ सहित अन्य पड़ोसी राज्यों में पैट्रोल व डीज़ल की कीमतें कम होने कारण पंजाब के पैट्रोल पम्प मालिक बुरी तरह प्रभावित ही नहीं हो रहे, बल्कि पंजाब के खज़ाने को वैट द्वारा आने वाला 50 से 60 करोड़ रुपए प्रतिमाह का घाटा पड़ रहा है, लेकिन सरकार द्वारा पंजाब में पैट्रोलियम वस्तुओं की कीमतें दूसरे राज्यों के बराबर करने सबंधी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। इस लिए पंजाब पैट्रोल पम्प मालिक एसोसिएशन द्वारा किसान संगठनों के साथ मिल कर फरवरी माह में संगरूर, जालंधर, बठिंडा व लालड़ू के डिपूओं को बन्द करने की तैयारी की जा रही है। इस सबंधी बातचीत करते हुए पंजाब  वैट एक्शन कमेटी और पैट्रोल पम्प मालिक एसोसिएशन के ज़िला मोहाली के अध्यक्ष अशविंद्र सिंह मौंगिया ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा किसान संगठनों के साथ मिलकर 17 दिसम्बर 2018 को ज़िला स्तर पर सरकार के नाम मांग पत्र सौंपे गए थे, जिनमें चेतावनी दी गई थी कि यदि उनकी मांगों की तरफ ध्यान न दिया गया तो वे मज़बूरन फरवरी माह में संघर्ष शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस समय पंजाब में पैट्रोल व डीज़ल महंगा होने कारण लोग चंडीगढ़ व अन्य पड़ोसी राज्यों से पैट्रोल व डीज़ल डलवाने को प्राथमिकता दे रहे हैं और यहां तक चंडीगढ़, हिमाचल एवं हरियाणा के सीमावर्ती ज़िलों से पंजाब में पैट्रोलियम वस्तुओं की तस्करी हो रही है। प्राप्त जानकारी अनुसार चण्डीगढ़ में पैट्रोल 66.75 रुपए तथा डीज़ल 61.91 रुपए है, जबकि पंजाब में पैट्रोल 75.50 रुपए से अधिक 76.50 रुपए तक और डीज़ल 64.82 रुपए से 65.73 रुपए तक मिलता है। 
अशविंद्र सिंह मौंगिया ने बताया कि मौजूदा हालातों में ज़िला मोहाली के पैट्रोल पम्पों पर पैट्रोल व डीज़ल की 80 प्रतिशत बिक्री कम हो गई है, जबकि रोपड़ में 70 प्रतिशत एवं फतेहगढ़ साहिब में 40 प्रतिशत बिक्री कम हुई है।