सूखा से निपटने में नेतृत्व प्रदान कर सकता है भारत : संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र, 24 जनवरी (भाषा) : संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण उपशमन व्यवस्था (यूएनसीसीडी) का कहना है कि भारत के पास मरुस्थलीकरण और सूखा जैसी चुनौतियों को उन्नत भू-उपयोग और प्रबंधन के माध्यम से अवसरों में तब्दील करने तथा इस संबंध में ठोस कार्रवाई की जरुरत महसूस कर रही दुनिया को नेतृत्व प्रदान करने की प्रचुर संभावना है। सचिव मोनिक बारबुट की यह टिप्पणी तब आयी जब उन्होंने घोषणा की कि भारत मरुस्थलीकरण, भू-क्षरण और सूखे पर अगले वैश्विक सम्मेलन की मेजबानी करेगा। यह सम्मेलन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 7-18 अक्तूबर तक चलेगा। संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण उपशमन व्यवस्था से जुड़े 197 देशों के सहभागियों के समक्ष पहली बार अहम नये वैज्ञानिक आंकड़े मौजूद होंगे। उनके सम्मुख 2000 से भू-क्षरण की प्रवृत्तियों पर पर्यवेक्षण आंकड़े उपलब्ध होंगे जो मरुस्थलीकरण से प्रभावित 169 देशों में से 120 से जुटाये गये हैं।