बादल परिवार ने सत्ता हथियाने हेतु शिअद की मान-मर्यादा तोड़ी : ब्रह्मपुरा

बठिंडा, 24 जनवरी (कंवलजीत सिंह सिद्धू/ जगवंत बांसल):  माझे के शिरोमणी अकाली दल से अलग हुए टकसाली अकाली नेताओं रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा सांसद, सेवा सिंह सेखवां पूर्व मंत्री डॉ. रत्न सिंह अजनाला, पूर्व विधायक बौनी अजनाला ने शिरोमणी अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के गृह केंद्रीय बठिंडा में पार्टी के लिए समर्थन जताने व समर्थकों को महागठबंधन के प्लेट फार्म  पर इकठ्ठा करने के लिए बठिंडा स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार बलवंत सिंह नन्दगढ़ के गृह में विशेष बैठक की। इस उपरांत समर्थकों की सभा को संबोधित किया। इस मौके पर प्रधान रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा कि मालवे की धरती बठिंडा से वह अखंड अकाली दल 1920 के सरप्रस्त और तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी बलवंत सिंह नन्दगढ़ के आशीर्वाद से सभी को महागठबंधन के लिए एकजुट करने के लिए आए हैं। ब्रह्मपुरा ने कहा कि 1920 से लेकर अब तक यह इतिहास रहा है कि पार्टी प्रधान’ मैं मरूं पंथ जीए’ के संकल्प पर दृढ रहा है। परन्तु शिरोमणी अकाली दल बादल के राज्य में इस के विपरीत किया गया है। बादल परिवार ने सत्ता हथियाने के लिए शिरोमणी अकाली दल की मान-मर्यादा को भंग किया है। जिस के कारण ही 2017 में पार्टी में अब तक की सब से शर्मनाक हार हुई है और पार्टी तीसरे नंबर पर आई है। जिस के लिए सीधे तौर पर सुखबीर सिंह बादल और बिक्रमजीत सिंह मजीठिया जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि इस लिए महागठबंधन के द्वारा अपने निजी लाभ के  गिले शिकवें भुला कर इनको सत्ता से दूर करना समय की मांग है। जिस के लिए उनको बड़ा समर्थन भी मिल रहा है। मतदान से पहले यह गठबंधन बहुत महत्त्व पूर्ण है। गठबंधन ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, बहबल बरगाड़ी अध्याय के दोषियों को सजाएं देने के लिए बनाए गए जस्टिस जोरा सिंह, जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्टों व सिफ ारशों के बावजूद पूर्व अकाली और मौजूदा कांग्रेस सरकार ने इस के लिए कोई कार्यवाही नहीं की, क्योंकि यह दोनों आपस में मिले हुए हैं। जब कि मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह मतदान से पहले श्री गुटका साहिब पर हाथ रख कर 4 हफ्तों में नशा खत्म करने और बेअदबी करने वाले दोषियों को सज़ाए देने के किए ऐलान सरकार के अब 2 वर्ष पूरे होने के बावजूद भी उनके वायदे पूरे नहीं हो सके, जो इस की उदहारण है कि कौन आपस में मिला हुआ है। इस मौके ब्रह्मपुरा ने सुखबीर सिंह बादल की को कांग्रेस सरकार के साथ मिले होने की ब्यानबाज़ी पर कहा कि उन पर कांग्रेस के साथ मिले होने का आरोप लगाने वाले खुद कांग्रेस के साथ मिले हुए हैं क्योंकि दोनों सरकारों के राज्य काल में पंथ के दोषियों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। सेखवां ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल ने लूट मार का रास्ता पकड़ कर सभी पंथक एजंडे भुला दिए हैं। इस मौके जत्थेदार नन्दगढ़ ने कहा कि वह शिरोमणी अकाली दल टकसाली को इन मतदान में समर्थन देगा और एस.जी.पी.सी मतदान में इनका समर्थन लेगा। इस मौके टकसाली नेताओं ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी लोक सभा, विधान सभा, शिरोमणी कमेटियों की सभी चुनाव लड़ेगी। इस मौके पगड़ी फैडेशन के राष्ट्रीय प्रधान प्रगट सिंह भोडीपुरा, जत्थेदार भरपूर सिंह धांदरा पूर्व सदस्य शिरोमणी कमेटी, सुखमन्द्र सिंह भागीवांदर, स्वर्ण सिंह बद्धनी कलां, सुखपाल सिंह गोनियाना जिला प्रधान एकनूर खालसा फौज, मनजीत सिंह ढेलवां व अन्य उपस्थित थे।