रंगों से सजाएं अपना भविष्य

यदि आपकी ड्राइंग अच्छी है, और आप कुछ हटकर सोच रखते हैं तो आप अपने रंगें से अपना भविष्य खुद सजा सकते हैं। अपनी हॉबी को प्रोफेशन में तब्दील कर आप बन सकते हैं प्रोफेशनल आर्टिस्ट। कॉमर्शियल फाइन आर्ट्स के कोर्स में स्कूल पेंटिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, सिरैमिक डिजाइनिंग, पॉटरी डिजाइनिंग, वेब डिजाइनिंग, एनिमेशन आदि कोर्स शामिल हैं। आप चाहें तो किसी एक कोर्स में स्पेशलाइजेशन भी कर सकते हैं। स्किल्स : इस कोर्स में आने के लिए संवेदनशीलता, कल्पनाशीलता एवं किसी चीज को बारीकी से देखने की समझ होनी चाहिए। लंबे समय तक एकाग्रचित होकर काम करने की क्षमता भी होनी चाहिए। इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि अपनी कला और रचनाशीलता का प्रयोग बेहतर ढंग से आना चाहिए। इस कोर्स में कदम रखने वाले छात्रों में कुछ हटकर सोचने की क्षमता होनी बहुत जरूरी है। यह उनके विकास के लिए बेहतर जरूरी है। आपकी क्रिएशन ऐसी होनी चाहिए, जो लोगों को प्रभावित कर सके। योग्यता व कोर्स : इस कोर्स में करियर बनाने के लिए आपको 12वीं पास होना जरूरी है। अगर आप 10वीं के बाद ही इस कोर्स में करियर बनाने का मन बना चुके हैं, तो आपको पांच वर्षीय बीएफए कोर्स में दाखिला लेना होगा। इसके अतिरिक्त आप बीएफए के बाद एमएफए कर सकते हैं। वैसे, देश के कुछ संस्थान कॉमर्शियल फाइन आर्ट्स के कोर्स में डिप्लोमा व डिग्री कोर्स भी कराते हैं। कॉमर्शियल फाइन आर्ट्स के कोर्स में दाखिला लेने के लिए मौखिक टेस्ट देना पड़ता है। इस टेस्ट का उद्देश्य छात्र का एप्टीट्यूड टेस्ट करना होता है। संभावना : इस कोर्स में नौकरी पाने की अपार संभावनाएं हैं। प्रोफेशनल कोर्स कर लेने के बाद छात्रों को आर्ट स्टूडियो, एडवरटाइजिंग कंपनी, फैशन हाउस, टेक्सटाइल्स इंडस्ट्री, पब्लिशिंग इंडस्ट्री, इलेक्ट्रानिक मीडिया, मल्टीमीडिया जैसे अनेक कोर्सों में अच्छी नौकरी मिल सकती है। फ्रीलांसर की तरह भी काम कर सकते हैं। इसके अलावा आप बतौर क्रिएटिव डायरेक्टर, आर्ट डायरेक्टर और एनिमेशन डिजाइनर के रूप में भी काम कर सकते हैं। कॉमर्शियल फाइन आर्ट्स का कोर्स करने के बाद आर्टिस्ट स्टैम्प और अन्य दूसरे सरकारी संस्थानों के लेटर हेड भी डिजाइन कर सकते हैं। एक आर्टिस्ट, जिसने कॉमर्शियल फाइन आर्ट्स में स्पेशलाइजेशन किया हो, वह आसानी से बिलबोर्ड, सिनेमा स्लाइड, टेक्निकल कैटलॉग, विंडो स्लाइड आदि आराम से बना सकता है। कितनी है कमाई : इस कोर्स में कमाई आपके काम पर निर्भर करती है। वैसे, प्रारंभिक दौर में छात्र 10000 से 15000 रुपए प्रतिमाह आसानी से कमा सकते हैं। बाद में यह राशि आपके अनुभव के आधार पर बढ़ती जाती है।

-नरेद्र कुमार