ज़रूरी है घर के फर्नीचर की देखभाल 

फर्नीचर घर की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ हमें आराम देता है। यह आवश्यक नहीं कि महंगा फर्नीचर ही अच्छा लगता है। यदि साधारण फर्नीचर को ध्यानपूर्वक रखा जाए तो वह भी घर की सुन्दरता को चार चांद लगाता है। फर्नीचर खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखें। ऐसा न हो कि आपके घर की शोभा न बन कर यह आपके लिए मुसीबत बन जाए।
*फर्नीचर खरीदते समय अपना बजट बना कर चलें। अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार ही फर्नीचर की खरीदारी करें।
* फर्नीचर का डिज़ाइन इस प्रकार से चुनें कि उनके कोने तज़ धार वाले न हों जो आते जाते समय आपको कष्ट पहुंचायें।
* फर्नीचर चाहे जैसा भी खरीदें, यह ध्यान रखें कि आपके घर के खिड़की, दरवाजे व पुराने फर्नीचर से मेल खाते हों।
* अपने कमरे की लम्बाई व चौड़ाई को ध्यान में रखते हुए फर्नीचर खरीदें।
* फर्नीचर खरीदने से पूर्व बाज़ार में चार छ: दुकानों पर जाकर उसकी कीमत और डिज़ाइन की जांच अवश्य कर लें कि आजकल किस तरह के फर्नीचर का प्रचलन है।
* फर्नीचर जब भी खरीदें, थोड़ा ठोस खरीदें। हल्का फुल्का लकड़ी का फर्नीचर शीघ्र टूट जाता है।
* फर्नीचर के पेन्ट, वार्निश तथा पेंच आदि की जांच कर लें। जो कमी लगे, वह दुकानदार को उसी समय बता दें क्योंकि घर आने पर कोई भी दुकानदार ज़िम्मेदारी नहीं लेता।
* ऐसा फर्नीचर न लें जो कमरे में रखा हुआ अजीब लगे या ऐसा लगे कि इसकी इस कमरे में आवश्यकता नहीं है।
* फर्नीचर को घर में भीड़ बढ़ाने के लिए न खरीदें।
* फर्नीचर की मज़बूती पर ध्यान दें क्याेंकि फर्नीचर लम्बे समय तक आपका साथी होता है।
* ऐसा फर्नीचर लें जिसे आप आसानी से साफ कर सकते हों।
* यदि आप बार-बार मकान बदलते हैं या आप की नौकरी में बार-बार बदली होती है तो ऐसे में हल्का, फोल्डिंग फर्नीचर खरीदें। 
* प्लास्टिक के फर्नीचर को साबुन घुले पानी से नाइलोन ब्रश के साथ रगड़ कर धोयें, फिर अच्छी तरह पोंछ कर प्रयोग में लायें।
* व्हील लगे फर्नीचर के व्हील पर समय-समय पर तेल डालते रहें ताकि उनमें जंग न लगे और वे आसानी से हिल जुल सकें।
—सुनीता गाबा
* लकड़ी के फर्नीचर पर हर वर्ष वार्निश व पेन्ट्स आदि करवाते रहें जिससे उन्हें कीड़ों से बचाया जा सकता है और फर्नीचर नया दिखाई देता है।
* फर्नीचर के नट पेंच आवश्यकता पड़ने पर कसवाते और ठीक करवाते रहें।
* फर्नीचर की मरम्मत में लापरवाही न करें नहीं तो बाद में अधिक खर्चा उठाना पड़ सकता है।
* केन और बेंत के फर्नीचर को अधिक समय तक धूप में न रखें।
* रेक्सीन की सफाई हेतु साबुन वाले घोल में नर्म कपड़े से रगड़ कर साफ करें फिर उसे साफ कपड़े से पोंछ लें।
* प्रतिदिन की पड़ी धूल को हर रोज़ सूखे कपड़े से साफ करें। मिट्टी की तह को जमने न दें। 

 —सुनीता गाबा