सरकार के लाटरी की जगह लाए गए नए सिस्टम की कड़ी आलोचना

टोरांटो, 30 जनवरी (सतपाल सिंह जौहल) : कनाडा निवासियों के विदेशों में रहे माता-पिता तथा अन्य रिश्तेदारों को स्पांसर करने के लिए गत 28 जनवरी को स्थानीय समय अनुसार दोपहर के समय ऐसी दौड़ लगी कि 10 मिनट में इमीग्रेशन मंत्रालय की वैबसाइट पर 27000 चाहवानों ने अपने नाम दर्ज कर दिए। ऐसे में मंत्रालय का पेज जाम होने वाली बात बनी रही। बड़ी संख्या में लोगों ने एक्सप्रैस एंट्री में नाम देने के लिए अपने पेपर तैयार किए हुए थे परन्तु मौका न मिलने के कारण निराश हैं। विदेशों से अपने माता-पिता बुलाकर परिवार इकट्ठे करने के लिए कनाडा निवासियों द्वारा की जा रही कड़ी मेहनत से उनकी कनाडा के प्रति लगन की समझ आती है, परन्तु माता-पिता स्पांसर करने की योग्यताएं पूरी करते होने के बावजूद सफलता न मिलने के कारण परेशान होना पड़ रहा है। ऐसे में अब इमीग्रेशन कानूनों के विशेषज्ञ (वकील) पेरैंट्स को स्पांसर करने वाले विवादित कनाडियन कार्यक्रम को भेदभाव भरपूर कहने लगे हैं। इससे पहले इस कार्यक्रम में स्पांसर को मौका देने के लिए प्रयोग किए जाते लाटरी सिस्टम की (भेदभावपूर्ण होने के कारण) लगातार आलोचना होती रही थी, क्योंकि उस सिस्टम के तहत परिवार के लोगों को कनाडा में इकट्ठे होकर रहने का मौका केवल तब मिलता था, जब (सौभाग्यवश) उनका नाम लाटरी (रैंडम सिलैक्शन) सिस्टम में निकल आता था। अब 2019 में लाटरी हटाकर फर्स्ट कम-फर्स्ट सर्व (जो पहले अपना नाम दाखिल करे उसको पहल देने) वाला सिस्टम लाया गया, जिसके तहत कुल 20000 आवेदन स्वीकार किए जायेंगे।