विद्युत् कमिश्नर के सामने सस्ती बिजली देने की मांग करेंगे उद्योगपति

जालन्धर, 2 परवरी (शिव शर्मा) : वर्ष 2019-20 के लिए बिजली महंगी करने बारे पंजाब बिजली अथारिटी कमिश्नर ने 20 फरवरी से एतराज सुनने का काम शुरू करने का फैसला किया है परन्तु इस बार जालन्धर में उपभोक्ताओं के एतराज़ नहीं सुने जाएंगे तथा एतराज़ सुनने के लिए चार शहरों का चयन किया गया है। पावरकाम ने इस वर्ष अपने खर्चे पूरे करने के लिए 3 प्रतिशत बिजली महंगी करने की सिफारिश की है तथा जिससे उसका 800 करोड़ का अंतर पूरा किया जा सके परन्तु पिछले वर्षों का यह अंतर 12000 करोड़ के करीब अंतर बढ़ गया है। आयोग द्वारा 20 फरवरी से लुधियाना से हर वर्ग के उपभोक्ताओं के अतिरिक्त अमृतसर में 25 फरवरी, पटियाला में 27 फरवरी, चंडीगढ़ में 28 फरवरी को बैठकें की जा रही हैं। कमिशन द्वारा पावरकाम द्वारा हर वर्ष बिजली महंगी करने की सिफारिश करने से पहले मुख्य शहरों में जाकर हर वर्ग के खपतकारों के एतराज़ सुनने का काम करना होता है। एक जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष की तरह इस बार भी उद्योगपति वर्ग द्वारा बिजली महंगी करने की मांग किए जाने की तैयारी की जा रही है। पावरकाम ने चाहे इस बार 3 प्रतिशत बिजली महंगी करने की सिफारिश की है परन्तु उद्योगपतियों की अब तक पावरकाम के अधिकारियों तथा पंजाब सरकार के मंत्रियों के सामने 5 रुपए में बिजली देने की जगह इस समय 10 से 11 रुपए बिजली मिलने की शिकायतें की जा चुकी हैं। पिछले वर्षों में लुधियाना का औद्योगिक वर्ग भी बिजली ज्यादा महंगी होने की शिकायत कर चुका है। पावरकाम ने बाकी खर्चों सहित 5 रुपए में बिजली देने की योजना लागू की थी परन्तु इससे बड़ी औद्योगिक इकाईयों को फायदा हुआ था परन्तु छोटी औद्योगिक इकाईयों को बिजली 10 से 11 रुपए मिल रही है। सूत्रों की मानें तो कमिशन ने चाहे बिजली महंगी करने बारे एतराज़ सुनने का काम शुरू कर दिया है परन्तु मई में संभावित लोकसभा चुनाव होने के कारण इस बार बिजली की दरें 1 अप्रैल की जगह मई के बाद लागू होने की संभावना है परन्तु कमिशन द्वारा इस बारे एतराज़ सुनने की प्रक्रिया पहले ही पूरी कर ली जाएगी।