टैरिफ बढ़ने से सोया-बिनौला व चावल तेल तेज़ : सरसों खामोश

नई दिल्ली, 3 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह सरकार द्वारा आयातित तेलों पर टैरिफ दर बढ़ा दी गयी, जिसके चलते सोया रिफाइंड व डीगम 250 रुपए, बिनौला तेल 220 रुपए एवं चावल तेल 90 रुपए प्रति क्विंटल महंगे हो गये। वहीं नई फसल चालू महीने में आने की संभावना से सरसों में स्टॉकिस्ट बिकवाल रहे, जिससे इसका तेल 50 रुपए दब गया।आलोच्य सप्ताह मलेशिया में सीपीओ आठ डॉलर बढ़कर 555 डॉलर प्रति टन पर जा पहुंचा। इसके अलावा सरकार द्वारा अधिकतर आयातित खाद्य तेलों पर टैरिफ बढ़ा दी। सीपीओ पर 544 से बढ़कर 552 डॉलर, आरबीडी पामोलिन पर 556 से बढ़कर 583 डॉलर एवं सोया डिगम पर टैरिफ 686 से बढ़कर 734 डॉलर प्रति टन कर दिये जाने से यहां भी सभी खाद्य तेलों में स्टॉकिस्टों की लिवाली बढ़ गयी। अब सीपीओ पर नई टैरिफ 17257 रुपए से बढ़कर 17511 रुपए प्रति टन की लगेगी। सोया डिगम पर 19042 रुपए से बढ़कर 20374 रुपए प्रति टन की लगेगी। घरेलू तेल सोया यहां 250 रुपए छलांग लगाकर 8500 रुपए एवं डिगम  8300 रुपए प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर जा पहुंचा। बिनौला तेल भी 7280 रुपए से छलांग लगाकर 7500 रुपए हो गया। इसी तरह चावल तेल में भी 90 रुपए की बढ़त पर यहां 6050 रुपए में टैक्सपेड व्यापार हो गया तथा आने वाला तेल अगले सप्ताह का 30 रुपए और बढ़ाकर बोलने लगे हैं। वहीं सरसों पूरे सप्ताह 25 रुपए ऊपर-नीचे होकर पूर्वस्तर पर मजबूती लिये बंद हुई, क्योंकि नई सरसों इसी महीने उत्पादक मंडियों में आ जायेगी।