चीनी कोटा 21 लाख टन : अब तेज़ी की उम्मीद नहीं

नई दिल्ली, 3 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह चीनी का कोटा फरवरी माह के लिए सरकार द्वारा 21 लाख टन छोड़ दिया गया, जिससे इसकी तेजी को ब्रेक लग गया। पुराने स्टॉक की चीनी अभी बाजारों में फंसी पड़ी है। इन हालातों को देखते हुए फिलहाल तेजी की उम्मीद समाप्त हो गयी है। बाजार में गत 10 दिनों से यह चर्चा बनी हुई थी कि चीनी का कोटा कम आ सकता है, लेकिन सप्ताह के अंत में सरकार द्वारा जनवरी की अपेक्षा फरवरी माह का कोटा ढाई लाख टन बढ़ाकर 21 लाख टन छोड़ दिया गया, जिसके चलते तेजड़ियों का मनोबल पूरी तरह टूट चुका है। यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान में चीनी का स्टॉक अभी प्रचुर मात्रा में पड़ा हुआ है। हालांकि शादियों एवं कुम्भ मेले में चीनी की खपत अभी लगातार रहेगी, लेकिन कोटा अधिक आ जाने एवं उत्पादन अनुमान 355 लाख टन पहुंचने से वितरक मंडियों के कारोबारी स्टॉक का व्यापार बंद कर दिये हैं तथा बिक्री को देखकर ही खरीद कर रहे हैं। इसे देखते हुए आगे भी तेजी की उम्मीद बिल्कुल नहीं है बल्कि इसमें 50/75 रुपए अगले एक सप्ताह के अंतराल घट सकते हैं। इसके अलावा गन्ना क्रेशरों पर तेजी से आ रहा है तथा अधिकतर कारोबारी चीनी की तुलना में नीचे भाव देखकर गुड़ स्टॉक में जुट गये हैं, जिसके चलते अब गुड़ का स्टॉक मुजफ्फरनगर मंडी 4.05 लाख कट्टे के करीब हो गया है। यह स्टॉक गत वर्ष की अपेक्षा दो लाख कट्टे से भी अधिक बताया जा रहा है।