पहाड़ों पर बर्फबारी से बदले मौसम ने बिजली की खपत घटाई

पटियाला, 3 फरवरी (जसपाल सिंह ढिल्लों): पहाड़ों पर बर्फबारी और कई क्षेत्रों में बरसात भी हो रही है। इसका सीधा असर हिमाचल के साथ लगते राज्यों पर भी पड़ता है। पंजाब में भी गत दिनों हुई बरसात व धुंध के कारण तापमान कम है जिसके परिणामस्वरूप राज्य में बिजली की मांग और खपत की कमी हुई है। गत दिनों बिजली की खपत जो 6000 मैगावाट के आंकड़े को पार कर गई थी, वह अब घट कर 4700 मैगावाट के लगभग पहुंच गई है। बिजली की खपत की पूर्ति के लिए बिजली निगम का सारा दारोमदार निजी क्षेत्र के ताप बिजली घरों के उत्पादन पर निर्भर है, क्योंकि बिजली निगम के अपने ताप बिजली घरों के सभी 16 यूनिट बंद पड़े हैं। बिजली निगम बिजली की पूर्ति के लिए निजी ताप बिजली घरों से बिजली प्राप्त कर रहा है जिसमें राजपुरा के नलास ताप बिजली घर के 2 यूनिटों से 1330 मैगावाट, तलवंडी साबो के 2 यूनिटों से 865 मैगावाट और गोईंदवाल साहिब के जीवीके ताप बिजली घर के एक यूनिट से 250 मैगावाट से निजी ताप बिजली घरों को कुल 2447 मैगावाट बिजली प्राप्त हो रही है। यदि पन बिजली घरों के बिजली उत्पादन को देखा जाए तो स्पष्ट है कि अपरबारी दुआब कैनाल पन बिजली घर से इस समय उत्पादन नहीं हो रहा। मुकेरियां पन बिजली घर से 215 मैगावाट, आनंदपुर साहिब के दो यूनिटों से 41 मैगावाट, हिमाचल प्रदेश के शानन पन बिजली घर से 15 मैगावाट और रणजीत सागर डैम से 117 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इसके अलावा नवनिर्माण योग्य प्रोजैक्टों से जिसमें सौर ऊर्जा प्रोजैक्टों से 115 मैगावाट बिजली की प्राप्ति हो रही है। बिजली निगम ने इस समय किसी भी क्षेत्र में कोई बिजली का कट नहीं लगाया सभी क्षेत्रों को पूरी बिजली दी जा रही है। बिजली निगम पर कृषि का लोड कम हुआ है।