आयरलैंड के महान स्वतंत्रता सेनानी ईमोन डी वेलेरा

ईमोन डी वेलेरा आयरलैंड के महान क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने आयरलैंड को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने में सफ लता पायी थी। 1916 में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध ‘ईस्टर क्रांति’ में भाग लेने के कारण उन्हें बंदी बनाया गया और फांसी की सजा सुनाई गई, जो बाद में आजीवन कारावास में बदल गई। परंतु जेल में केवल एक वर्ष रहने के बाद ही जेनरल ऐमनेस्टी द्वारा उन्हें मुक्ति मिल गई। फिर वे आयरिश राष्ट्रीय दल ‘सिन फेन’ के अध्यक्ष बन गए। 1918 में वे पुन: गिरफ्तार हुए तथा छूटने पर वे आयरिश संसद ‘डेल’ के अध्यक्ष बने। 1932 में जब शासन उनके हाथ में आया तो उन्होंने कई वैधानिक कदम उठाए और इंग्लैंड से संबंध-विच्छेद करने के प्रयास किए। 1937 में उन्होंने नया विधान बनवाकर ‘आयरिश फ्री स्टेट’ की घोषणा की और उसे प्रजातांत्रिक राष्ट्र बना दिया। 1932 में वे प्रधानमंत्री चुने गये। फि र वे राष्ट्रपति बने और 14 वर्ष तक इस पद पर आसीन रहे। इस तरह ही वेलेरा ने आर्थर ग्रिफि थ आदि की तरह आयरलैंड की राजनीतिक स्वतंत्रता में अपना योगदान दिया। डी वेलेरा का जन्म न्यूयार्क, अमरीका में हुआ था। वे आयरिश मां एवं स्पेनिश पिता की संतान थे और दो वर्ष की आयु में आयरलैंड आये थे। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे गणित के प्राध्यापक नियुक्त हुए किंतु आयरलैंड के स्वतंत्रता युद्ध में भाग लेने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी। वे एक कुशल एवं अत्यंत प्रभावशाली वक्ता भी थे। उन्होंने 93 वर्ष की दीर्घायु प्राप्त की। डी वेलेरा एक महान जुझारू देशभक्त थे। इंग्लैंड ने उनके देश का एक भाग दबाकार रख लिया, फि र भी दूसरे भाग की स्वतंत्रता का श्रेय डी वेलेरा को ही जाता है। वे इंग्लैंड की अधीनता का विरोध निरंतर करते रहे। उनके देशवासी उन्हें आज भी बड़े आदर के साथ स्मरण करते हैं।    

प्रस्तुति-फ्यूचर मीडिया नेटवर्क