भारी बारिश के कारण : खेतों में रखे आलू बर्बाद 

होशियारपुर, 10 फरवरी (अ.स) : गत दिवस होशियारपुर  ज़िले में पड़ी भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण जहां खेतों में बीजे आलूओं की फसल पूरी तरह से तबाह हो गए वहीं किसान द्वारा खेतों में आलुओं को उखाड़ कर लगाए गए ढेरों में पानी भर जाने के कारण पूरी तरह बर्बाद हो गए। इस संबंधी जब कस्बा मेहटीयाणा और आस-पास के गांवों का दौरा किया गया तो किसान पानी में पूरी तरह डूब चूके आलुओं को टोकरियों की मदद से बाहर निकाल रहे थे। इस संबंधी गांव हेड़िया किसान सुखविंदर सिंह, जसवीर सिंह और कुलदीप सिंह ने बताया कि वह गांव के नज़दीक ही अपने खेतों और ठेके पर ली ज़मीन पर खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि कुल 5 किले रकबे से उन्होंने 3 किल्ले आलू और 3 किल्ले गेहूं की फसल बीजी थी परंतु गांव के ही एक किसान द्वारा कथित तौर पर अपने खतों के नज़दीक सड़क के किनारे ऊंचा बांध बना लेने के कारण पानी  की निकासी पूरी तरह से रूक गई है जिस कारण उनके सभी आलू व गेहूं सहित अन्य फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उन्होंने आलुओं का इस बार नया बीज 800 रुपए प्रति गट्टा के हिसाब से लिया था और आलुओं की फसल पर लगभग 1 एकड़ में 15 से 20 हज़ार रुपए का खर्च आता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने ज़मीन भी 35 हज़ार किले के हिसाब से ठेके पर ली हुई है। उन्होंने कहा कि पानी से भीगे आलू अब खराब हो जाएंगे और उनको बेचकर लेबर का खर्च भी पूरा नहीं होगा। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार के समय उनके खेतों के नज़दीक रैंप मंजूर हुआ था जोकि अभी तक बन नहीं सका है। उन्होंने कहा कि पानी की निकासी न होने के कारण प्रत्येक वर्ष उनकी फसल इसी तरह बर्बाद हो जाती है और वह इस संबंधी कई बार डिप्टी कमिश्नर के पास मांग कर चुका है। उन्होंने बताया कि इस समस्या का तुरंत हल किया जाए ताकि उनके सहित गांव वासियों को राहत मिल सके।